अमेरिका द्वारा लगाए गए टैरिफ का असर दुनिया भर के शेयर बाजारों पर देखा जा रहा है। भारतीय शेयर बाजार में सेंसेक्स 2000 से अधिक अंकों की गिरावट के साथ खुला। ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स और कृषि उत्पादों के शेयरों में सबसे अधिक गिरावट दर्ज की गई। विशेषज्ञों का मानना है कि यह गिरावट और भी लंबी हो सकती है। हालांकि, भारत की स्थिति अन्य एशियाई बाजारों की तुलना में बेहतर है क्योंकि भारत पर लगाया गया टैरिफ कम है। हालांकि....जैसा कि आप ने बताया, भारत की स्थिति अन्य एशियाई देशों की तुलना में बेहतर है, क्योंकि भारत पर लगाए गए टैरिफ अपेक्षाकृत कम हैं... इसका मतलब भारतीय बाजार बाकी देशों की तुलना में कुछ हद तक स्थिर रह सकता है, लेकिन फिर भी यह स्थिति वैश्विक अर्थव्यवस्था और व्यापार नीति पर निर्भर करेगी। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर यह कितनाव बढ़ता है, तो शेयर बाजारों में और गिरावट हो सकती है।
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00:00जिसकी खबर दुनिया भर के शेर बाजारों से सामने निकल कर आई
00:03और भारतिये शेर बाजार भी जैसे ही खुला
00:06यहाँ पर भी जबर्डस उतलप उतलप
00:08हाला कि जिस तरीके की जानकारी हमारी सायोगी नम्रता दे रही हैं
00:11कि दुनिया और खास तौल से एशिया की अनने मार्केट्स के मुकाबले
00:15भारत पर impact जो है वो फिलाल कुछ कम नजरा रहा है
00:18लेकिन हिंदुस्तान में सेनसिक से लेकर निफ्टी तक बड़ी गिरावट यहाँ पर
00:22शेर बाजार में देखी जा रही है
00:23दुनिया भर के शेर मार्केट्स में यह गिरावट हो रही है
00:26और इसका अफसर अमेरिकी tariff को माना जा रहा है
00:30लेकिन अमेरिका के राष्ट्रपती डॉनल्ड ट्रॉंप् दावा कर रहे हैं
00:34कि ये बिमारी ठीक करने के लिए एक कड़वी दवा है
00:37जो पीनी ज़रूरी है
01:04आप प्रश्टापती डॉनल्ड ट्रॉंप को आप सुन रहे थे
01:06अमेरिकी राष्ट्रपती डॉनल्ड ट्रॉंप ये नहीं थी
01:08जिसकी वज़े से दुनिया भर के शेर बाजार में उठल पुठल देखने के लिए मिल रही है
01:12भारत के शेर बाजार भी फिल हाँ था
01:14आप प्रश्टापती डॉनल्ड ट्रॉंप को आप सुन रहे थे
01:16अमिरिकी राष्ट्रपती डॉनल्ड ट्रॉंप ये नहीं थी
01:18जिसकी वज़े से दुनिया भर के शेर बाजार में उठल पुठल देखने के लिए मिल रही है
01:50वहां पर भी असर देखने के लिए मिल रहा है। महतुपूर्ण ये है कि जानकार क्या आशंकाय चता रहे हैं ये गिरावट का सिलसिला अभी लंबा चल सकता है क्या। नमरता।
02:00ये देखिए एक्सपर्स जो हैं वो कह रहे हैं कि ये सिलसिला और भी लंबा जा सकता है और ये भी उनकर तरफ से कहा जा रहा है कि जो अभी शुरुवाती हमने मंडे में देखा कि साड़े 3000-3000 के करीब पोचा इससे जादा भी गिरावट जो है वो देखने मिल सकती है तो कही
02:30है भारत की बात भारत अभी भी बैतर स्थिती में जैसे मैं अगर जिपान के
02:34शेर मार्केट का जिकर करूं तो 6.5 प्रतिशत वो मार्केट गिरा है जो
02:38कि बहुत बड़े नंबर्स की तौर पर मना जाता है तो भारत सही
02:42स्थिती में है लेकिन experts का कहना है कि अब भारत की जो
02:46commerce ministry है उसको एक stand लेना पड़ेगा अपनी तरप से अपनी बात रखनी पड़ेगी
02:50और एक investment को लेकर एक बड़ी सी planning करने की बहुत जाधा
02:54जरूद पड़ेगी यहां तक कि experts यह भी कह रहे हैं कि यह invisible
02:58finance वार है यानि कि दिखाई नहीं दे रहा है लेकिन आर्थिक वार
03:01जो है वो शुरू हो गया है टेरिफ लागू होने के बाद आप
03:04सोचिए कि जो टेरिफ लागू होने के बाद मार्केट जो है 500
03:07से 600 पे गिरता है और सुरंत जब सोंवार आता है बिना किसी बदलाव
03:28पॉजिटिविटी की बात कर रहे हैं कि भारत की तरफ
03:30से ज़ादा जो है निर्याद बढ़ाया जाएगा अमेरिका के तरफ
03:33प्रोड़ाक भेजे जाएंगे उसको लेकर भी अभी स्थिती
03:36सामा साफ नहीं दिखाई दे रहे हैं क्योंकि कंपनियों
03:38ने अभी तक इनिशियेट नहीं लिया है अभी वो उसी चीज
03:42में कंफ्यूज हैं कि भारत सरकार की तरफ से कोई फैसला
03:44लिया जाएं लेकिन शुरुवात में एकस्पर्ट ने जब पहली
03:48बार मार्केट गिरा था टैरिफ के बाद तो नोने कहा
04:20हो चुका है आप आप बार बार इस बात के लिए जब जो हैं
04:24भारत सरकार की तरफ हो बीच से देख रहे हैं