सवाईमाधोपुर. भाजपा सरकार के सत्ता में आते ही पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्याकाल में संचालित कई योजनाओं के नाम बदल दिए लेकिन भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केन्द्र अब भी पुराने नाम ही चल रहे है। जिला मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकतर जगहों पर मुख्य गेट के सामने दीवारों पर अब भी भारत राजीव गांधी सेवा केन्द्र नाम ही अंकित है,जबकि पूर्व में भाजपा सरकार के कार्यकाल में इसका नाम अटल सेवा केन्द्र हो गया था।
पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के समय आमजन को एक ही छत के नीचे सरकारी कामकाज की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सेवा केन्द्रों का निर्माण कराया था। उस समय गहलोत सरकार ने इनका नाम भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केन्द्र रखा। प्रदेश में 2013 में सत्ता परिवर्तन के बाद भाजपा ने इन केन्द्रों का नाम बदलकर अटल सेवा केन्द्र कर दिया। बाद में सत्ता परिवर्तन के बाद इन केन्द्रों का नाम बदलकर फिर राजीव गांधी सेवा केन्द्र कर दिया है।
पूर्व में भी बदले गए कई योजनाओं के नाम
पूर्ववर्ती कांग्रेस राज में लागू की गई चिरंजीवी स्वास्थ्य योजना का नाम बदलकर मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना किया जा चुका है। इंदिरा रसोई योजना का नाम बदल कर अन्नपूर्णा रसोई किया जा चुका है। इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना का नाम बदलकर मुख्यमंत्री शहरी रोजगार गारंटी योजना कर दिया गया। मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना का नाम बदलकर पन्नाधाय बाल गोपाल योजना, राजीव गांधी स्कॉलरशिप फॉॅर एकेडमिक एक्सीलेंस योजना का नाम बदलकर स्वामी विवेकानंद स्कॉलरशिप फॉर एकेडमिक एक्सीलेंस योजना, राजीव गांधी जल स्वावलंबन योजना का नाम बदलकर मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन योजना, मुख्यमंत्री वरिष्ठ नागरिक तीर्थ योजना का नाम बदलकर पंडित दीनदयाल उपाध्याय वरिष्ठ नागरिक योजना कर दिया गया। यानी कई योजनाओं के नाम में से इंदिरा और राजीव के नाम हटाए गए।
इन दो योजनाओं से हटाया था इंदिरा नाम
पूर्ववर्ती सरकार में बनी दो योजनाओं के नाम बदले गए। दोनों योजनाएं महिला अधिकारिता विभाग से जुड़ी है। इंदिरा महिला शक्ति उद्यम प्रोत्साहन योजना का नाम बदल कर मुख्यमंत्री नारी शक्ति उद्यम प्रोत्साहन योजना कर दिया। इंदिरा महिला शक्ति प्रशिक्षण एवं कौशल संवर्धन योजना का नाम कालीबाई भील महिला संबल शिक्षा सेतु योजना कर दिया गया।
इनका कहना है...
सरकार बदलते ही कई योजनाओं के नाम बदल गए है लेकिन भारत राजीव गांधी सेवा केन्द्र का नाम बदलने को लेकर को पत्र नहीं आया है। ऐसे में वर्तमान में पुराने नाम से ही चल रहे है।
शैलेन्द्रसिंह, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जिला परिषद सवाईमाधोपुर
पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के समय आमजन को एक ही छत के नीचे सरकारी कामकाज की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सेवा केन्द्रों का निर्माण कराया था। उस समय गहलोत सरकार ने इनका नाम भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केन्द्र रखा। प्रदेश में 2013 में सत्ता परिवर्तन के बाद भाजपा ने इन केन्द्रों का नाम बदलकर अटल सेवा केन्द्र कर दिया। बाद में सत्ता परिवर्तन के बाद इन केन्द्रों का नाम बदलकर फिर राजीव गांधी सेवा केन्द्र कर दिया है।
पूर्व में भी बदले गए कई योजनाओं के नाम
पूर्ववर्ती कांग्रेस राज में लागू की गई चिरंजीवी स्वास्थ्य योजना का नाम बदलकर मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना किया जा चुका है। इंदिरा रसोई योजना का नाम बदल कर अन्नपूर्णा रसोई किया जा चुका है। इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना का नाम बदलकर मुख्यमंत्री शहरी रोजगार गारंटी योजना कर दिया गया। मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना का नाम बदलकर पन्नाधाय बाल गोपाल योजना, राजीव गांधी स्कॉलरशिप फॉॅर एकेडमिक एक्सीलेंस योजना का नाम बदलकर स्वामी विवेकानंद स्कॉलरशिप फॉर एकेडमिक एक्सीलेंस योजना, राजीव गांधी जल स्वावलंबन योजना का नाम बदलकर मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन योजना, मुख्यमंत्री वरिष्ठ नागरिक तीर्थ योजना का नाम बदलकर पंडित दीनदयाल उपाध्याय वरिष्ठ नागरिक योजना कर दिया गया। यानी कई योजनाओं के नाम में से इंदिरा और राजीव के नाम हटाए गए।
इन दो योजनाओं से हटाया था इंदिरा नाम
पूर्ववर्ती सरकार में बनी दो योजनाओं के नाम बदले गए। दोनों योजनाएं महिला अधिकारिता विभाग से जुड़ी है। इंदिरा महिला शक्ति उद्यम प्रोत्साहन योजना का नाम बदल कर मुख्यमंत्री नारी शक्ति उद्यम प्रोत्साहन योजना कर दिया। इंदिरा महिला शक्ति प्रशिक्षण एवं कौशल संवर्धन योजना का नाम कालीबाई भील महिला संबल शिक्षा सेतु योजना कर दिया गया।
इनका कहना है...
सरकार बदलते ही कई योजनाओं के नाम बदल गए है लेकिन भारत राजीव गांधी सेवा केन्द्र का नाम बदलने को लेकर को पत्र नहीं आया है। ऐसे में वर्तमान में पुराने नाम से ही चल रहे है।
शैलेन्द्रसिंह, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जिला परिषद सवाईमाधोपुर
Category
🗞
News