परिवारवाद और तुष्टिकरण पर विजय सिन्हा ने साधा निशाना, देखें क्या बोले?
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00:00आज काजकर्म के अंतरगर लग्की सराइ विदान सवाव और लग्की सराइ जिला के साथ अगल वगल की जिला के लोग भी आये जमिन से जुड़े हुए मामले पर ज्यादा तर मैक्सिमम जमीन से जुरा हुआ मामला और पेजल की स्थितिका
00:21ट्रांस्फर पोस्टिंग से सम्मंदित लोगों से हमारी बात भी हुई है
00:30दीम्स्पी को हम लोगों निर्देशित भी किया है नवादा के भी लोग थे चिक्पूरा के भी थे
00:40जमूई मुंगेर लक्षिस राय सब्दगा के लोग और सरकार
00:48समधान के लिए हमेशा सजग रहती हैं तैयार रहती है कोई भी मामला आता है हमारा पढ़ियास रहता है
01:01कि नियमानुकूल उसका समधान हो चौरिच गति से समधान हो
01:07करने वाले हम लोगों को उनके समर्थकों की इच्छा अपने नहता के परती बड़े भाव का रहता है
01:33कि लेकिन एंडिये गठबंधन हमारा कई वर्सों का पूराना गठबंधन है और हमारे सक्षम नित्युत इस पर असपस्ट कर चुके हैं इस पर कुछ कहने की जरूरत नहीं है
01:54जो है इस सरकार को हटाने के लिए परियार है इस सरकार में हर जाद दर्म के लोग पढ़े साथ
02:01बिहार के जंगल राज के जुबराज सोने के चम्मच लेकर जन्म लेने वाले परिवारबाद की जमिदारी वर्हाने के भाव से
02:18सत्ता की ब्याकुलता में किस अस्तर तक गिर सकते हैं बिहार की जंता देख चुकी है यह जातिये उन्माद पहलाएंगे
02:34तूस्टी करन की राजनीत में सामाजिक सदभाव विगारेंगे अपरादी और भरस्टाचारी को संदक्षित करके सत्ता के गलियारे में भै पैदा करेंगे
02:50और जो इनके भाई से नहीं दबेगा उसको डिमॉरलाइज करने का पढ़ियास करेंगे लेकिन साइद यह भूल गये हैं कि काट की हाड़ी बार बार नहीं चरती है
03:05आपके पिता जी के किये हुए पाप जंता की लूटी हुई गारी कमाई
03:13से चाकट बिमान पर बत डे जब तक आप मनाते रहेंगे बिहार की जंता आपको कभी स्विकार नहीं करेगी
03:22बिहार की जंता अनुकंपा की राजनित करने वाले तेजस्ची जादव जी या राहुल गांधी जी जो पिता के नाम से
03:34अपने पहचान बना करके राजनित कर रहे हैं ऐसे लोग जंता का सेवक नहीं हो सकता
03:44और अनुकंपा की राजनित नो बिहार को चाहिए नो देश को चाहिए जो जंता के बीच पसीना बहाकर
03:54चरित्र को बचाकर इमंदारी के साथ सेवक के भाव से काम करेगा वही बिहार के सत्ता के सिकर पर पहुंचेगा
04:05कि देखे सचाई है कि भारतिय जंता पार्टी और कॉंग्रेस पार्टी रास्तिय पार्टी है भारतिय जंता पार्टी अंदिये गटबंधन कि जब नेता बिहार के दौरा पर आते रहे पूरे
04:23तो राहूल गांधी बिदेश के दौरा पर भूंखते रहे अब चुनाव आया है तो अपनी उपस्थिती दर्ज कराने के लिए ताकि पार्टी में उनकी परसांसिंगता बनी रहे पार्टी में उनपर अंगली नहीं उठे इसलिए राहूल गांधी जी पिहार में उपस्त
04:53संभिधान के परती लोक्तंत के परती सम्मां का भाव नहीं है वो बभावा भीम राओं बेदकर के
05:03फोटो एक एक रखेंगे एक संभिधान के किताब रखेंगे संभिधान कितुरे में है यह angled नई हो
05:12रहा है यही भासा बोलेंगे अरे सत्ता में अर्द सतक आप बैठे थे आपके पड़िवार के लोग बैठे थे आपके माता और पुत्र अपरतक्ष क्यंद्र की सत्ता के बाग्डोर समाले हुए थे
05:30क्यों नहीं दलीतों के परती गरीबों के परती कमजोर तबके के परती आपने कोई नीती बनाया क्यों उनके नेताओं को और महात्माओं को सम्मान नहीं दिया
05:44आज घरियाली आशू बहाने वाले ये लोग देश के परती वफादारी से काम करने वाले को जो हनुमान के रुप में रास्त बात को लेके चलता है उसको बद करने और उसको मिटाने भरमाने के खिल खिलते हैं
06:03इसलिए राहूल गांधी जी का आने जाने से कोई विहार में असर नहीं पड़ेगा ये घरियाली आशू बहाकर सिर्फ अपना सप्ता प्राप्त करने का बंसबाद को बढ़ावा देने का खिल खिल रहे