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  • 2 days ago
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00:00सर यह रही हो फाइल तुम आज रहात हमारे घर डिनर कर रही हो पर अंकल हमें घर सेट अप करना है परवर कुछ नहीं आंटी का ओडर है
00:28यह यह राजेश है राजेश तुम के बारे में तुम से बात कि थे और राजेश यह राजेश यह गुंपता दूर्श कर नहीं आटेय।
00:58अंकल ने आपकी बहुत थारीफ किया
01:01I'm really lucky to have you as my mentor
01:03So वा साथ बजे work out
01:05And be on time
01:07Good luck
01:28कितने रावन्स?
01:3811 सर्.
01:40ठक गई?
01:41नो सर्.
01:42अरे शुपरसाथ?
01:44बुड मॉर्निंग सर्.
01:45बुड मॉर्निंग बच्चों के स्कोल छोड़ दिया?
01:47जी सर्.
01:48आउ सर पाड़े मारो.
01:49अरे सर अमसर नहीं हो पाये गया.
01:51मननने से पेट लेके घुमते रो फिर.
01:53मननने से टायार है?
01:54यह सर्.
01:55बुड.
01:56लुड.
02:09लुड.
02:10लुड.
02:11लुड.
02:12सर्.
02:13पहले दीन नाकबंदी मेडम से.
02:15नहीं हो पायगा दे कि हार मान जाएंगी.
02:17अर राजी हार मान गई तो आगे बड़ी ओफिसर के समे लेगी.
02:20एट.
02:21अलो रुको.
02:22लाइसेंस.
02:23मैं लाइसेंस गार पे है.
02:24आप भी घर जाओ.
02:25यू अपनी दूप में तोचा खराब कर रही हो.
02:27तोचा काली पढ़ जाएगी.
02:30अर उसे बात करनी के तमीज सीख ले.
02:31मना तीरे-चेहरे कर रंग बढ़ दूँगा मैं.
02:33लाइसेंस इखा.
02:34तल.
02:53तोचा कर दूप में अपने पिदा जी के साथ में खेत पे जाता था,
03:06तो हमारे खेत के पहले न, पुलिश्यों के पढ़ती थी.
03:09तो पुलिस्वालों को देखे न, उनके साथ बनने का जुमून सबार हो गया.
03:13और फाइनली तो वर्दी मिले, तो एक आग गया गया.
03:22बहुत करते हो गया.
03:23करते हैं?
03:24एक्चिलियो जब से मेरी डावाउस की बाद चली है, तब से मुझसे नाराज है.
03:27मैं अपने वाइब से एगूस ले रहा हूँ.
03:37कहां?
03:38कहां तक पहुँचे?
03:39कहां पहुँचे मतला?
03:41तुमसे तो बात ही करनी बेकार है.
03:43तो उनों का बर्दे भी याद नहीं है ना अच तुमको?
03:47हालो? हालो?
03:50सुरी.
03:51कुछ अरजेंसी है, मुझे निगलना पड़ेगा.
03:52कुछ अरजेंसी है, मुझे निगलना पड़ेगा.
03:53Okay, sir.
03:54कि औरे सकुनिंपते नहीक क हैी हुआ है.
03:56कि और भी याद आदे सहाँ?
04:07कि पाना देजार है.
04:15प्नले बादे टु यूँ
04:16कि पाना एला है और टु आप हुआ है एला।
04:24जल्दी वोने हैं?
04:54यह क्या हदिल केस चलता रहता है तुम्हारा?
04:56हम सब बहुत अच्छी से समझते हैं!
04:58बहुत थके हुए हैं?
04:59ठकते तो तुम पहले भी थे, जाजेश
05:01पर कम से कम बच्चों को समय तो देते थे
05:03अज़कल बहुत जादा बिजी रहते हैं
05:04बहुत जादा काम है, समझा बहुत काम है तुमको
05:06अरे पहले तो तुम घर आते थे, हमारे हाथ का
05:08खाना खाने के लिए भाग भाग के
05:09अब क्या हो गया? है?
05:11अब हमको तुमसे बहस नहीं करने हैं
05:13हमको नीनदारी सुबर जल्दी उठना है, सोज़
05:34हलो, हमको मिलना है तुमसे
05:53अपनी जैसा कहा, हम ऐसा ही कर रहा है
06:04आए जर अपना को तुमसे थे वे करते रहा है
06:11कर दो प्रभाइब है
06:14यहुँद़ रहा है
06:17कर दो प्रभाइब
06:21अपना
06:24अपना
06:26वाइब
06:29अपना
06:31यह तो भी जिंदा है? उठाओ उठाओ जल्दी उठाओ पास्पिटेल ले जलो जलो
06:40हाई इड नमबर नोट करो तेवन सेवन सेवन फूर बन इसकी इंफोर्मेशन निंगालो जल्दी
06:48सब्सक्राओ जल्दी उठाओ जल्दी इसके बारे में पता लगाने कोशिश करते हैं
06:59सर बोडी काफी जल्चुकी, 90% से भी जादा, काफी क्रिटिकल कंडिशन है
07:03पस-पस कुछ और बाराम दो हो, मोबाईल एपर सवगे रगाए
07:06नहीं सर, कुछ नहीं मिला
07:08अंसान एलाखी में अकला कर अरहा थै focalize
07:11सर, हो सकता tumखा किसी केस पर काम कर रहा हो
07:13कलोकल पुलिस्टेशन हमारी दम कोंगर्तों
07:18सबक्स से इत्रांब अंदर आखेले इस अंसान एलाखी घ्लातरी का रिस्क हो
07:19जाने का रिस्क हो ज़गा
07:20रसे करो
07:21आसपास के चार-पांच किलोमेटर के रेडियेस में अच्छे तरह साच को
07:24कुछ ना कुछ जरू मिले को
07:25पुलिस वाले को जला कर मारने के कुछ
07:27मामला कुछ बड़ा ही है
07:31ओके
07:32सर विक्टम के आईडी कार से पता चला है उसका नाम राजेश कुमार है
07:35कुंदी नगर थाने में सब इंस्पेक्टर है
07:38बाकी के डीटेल जानने के लिए थाने के इंस्पेक्टर सुनील यागी से बात कर दें हुली
07:50पेशेंट इस नो मोर
07:52बढ़ने से पहले उसने पेपर पर यह लिखा
08:02डॉक्तर हमें बॉडी के आटपसी रिपोर्ट कितनी जल्दी मिल सकते है
08:05आटपसी रिपोर्ट तियार करने में हमें कम से कम 24-47 गंटे लगेंगे
08:09राजेश के साथ होना हमारे लिए काफी शॉकिंग है
08:12राजेश उस लाके में किसी केस के इंक्वाइरी कि ले गया था
08:14इंस
08:16राजेश तो काफी वक्त से सस्वेंड़िट था
08:18उसमे तो डिपार्टमेंटल इंक्वाइरी चल रही थी
08:21इंक्वाइरी
08:22ठीख
08:23एक्चलि हमारे एक ऑफिसर ले लकी नाम के एक हिस्ट्री शीटर को गिरिफतार किया था
08:27और उसके पास दो पिस्टल बरामद होए थी
08:30काफी पूस्ताज के बाद उसने कुबूल किया कि वो पिस्टल उसे राजेश ने दिये थे
08:34राजेश उस वक्त हमारे थाने का आम्स इंचार्ज था
08:37ये लकी अभी भी आपकी कस्टडी में है जहां
08:41अच्छा ये आमला कौन है राजेश की भी लिए
08:44तेकी जी आपको के लगता है राजेश उसन सुनसान लिदाके में क्या करने किया होगा
08:49हो सकता है उसे अपने केस के बारे में कोई क्लू मिला हो या किसी से मिले गया हो या पक्के तोर पर कुछ नहीं कह सकता
08:56इस्कीज मी
09:01इस लकी से पूछच के लिए पर्मिशन निकल भागा और वो राजेश के घर का सर जोर रहेगा
09:05गिंता लेकर आरी है सर
09:07सर, हमें पता चला है कि Sub-Inspector Rajesh Kumar को जिंदा चला कर मारा गया है
09:16पुलिस ने इस मामले में अब तक क्या कदम ओठाए है
09:18सर, क्या ये मामला परसनल दुश्मनी का है या इस मामले का लिंग किसी और बड़े मामले से है
09:22देखे, सब इंस्पेक्टर राजेश कुमार के हत्या हमारे डिपार्टमें ले भी शॉप लेकिन मैं आपको एक चीज की गारेंटी दे दूँ कि हम मुझरिमों तक पहुंचने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे
09:30सब्सक्राइश की हत्या की वज़े से मीडिया में बहुत बावाल है हमारे अपने आद्मी के साथ क्राइम हुआ इसलिए सब की नजर इस पर तो मुझे इस केस में जल से जल प्रोग्रेस रही है
09:39कीता क्राइम लोकेशन तर एक टीम के साथ जाओ फिर से अच्छी थेरा पूरी सर्च करो सब्सक्राइब दूबे राजिश की बीवी अमला से मिलो उससे पूस्ताच करो और उसके घर की तलाशिन पर्ट सर और हाँ
09:48जब तक एक केस सॉल नहीं हो जाता है तो पर ब्रेक नहीं लेगा इदा क्लिया तो सब
10:18कर दोताला
10:48जब दूबे राजिश की बीवी आमला का है
11:00सर कहा है ये तो पता ने लेकिन 6-7 दिन हुए यहां से गय हुए
11:04बच्चों के साथ निकलते वे देखा था और हाँ सर ठात में सूटकेस भी था बहुत गुस्से में थी
11:19सर हमने बाद में राजिश से भी पूछा
11:31राजिश आमला कहा गई है
11:33वो हमारे गाहों कही है बदायू
11:35अचानक से बताये नहीं उसने
11:38सब ठीक तो है ना आप दोनों के बीच
11:40हाँ सब ठीक है वो अचानक उसका जाने का प्लान बन गया न तो इसलिए शाद बताना भूल गई होगी
11:47हमें थोड़ा अजीब तो लगा था क्योंकि सर इससे पहले आमला कभी बनायों नहीं गई
11:52और वैसे में शरक पती पत्मी में अगर जगडा होता है तो पत्मी माई के जाती है नाकी ससुरा
11:58उनके भी जगड़े किS बात पर होते थे
12:00जगड़े होते तो थे लेकिन किस बात पर होते थे वो हमें नहीं बता
12:09है
12:14अ,frames
12:17कि अजये जुटेण हैं और दो अषब झाओ।
12:47पुलिस टीम ने इस उलजे हुए केस को सुलजाने की कोशिश में दिन रात एक कर दिया था
12:52पर ये मर्डर मिस्ट्री दिन पर दिन उनके लिए उलच्टी ही जा रही थी
12:56सर पोस्त मॉटम रिपोर्ट की हिसाब से राजश को जब जलाया गया तब वो काफी नशी में था
13:04मतलब साफ है कि उसवक्त राजश के साथ कोई था जिसने से पिलाया और फिर नशे के हालत में जला कर मार दिया
13:10क्राइम स्पोर्ट से कुछ और?
13:15नहीं सर कुछ नहीं मिला
13:17और आमला?
13:19सर पडोसी नहीं बताया कि आमला राजश के गाउं बदा ही हो गई है और राजश की फैमिली बनारा सानी वाली
13:45प्रेक्टर राजश कुमार को मारने के लिए किसको बेज़ा है?
13:51क्या बूल रहे है साराफी है?
13:54अरे एक्टिंग कही और जाकर दिखाना
13:57तेरी पूरी हिस्ट्री है हमारे पास
13:59तो सिधे सिधे बता कि तेरे किस आदमी ने राजश को मारा है
14:02तर वो सब हमें कुछ नहीं पता है
14:04हमें बस इतना पता है कि राजश ने हमें दो गन दिये थे
14:07और वो सब मैं पहले ही बता चुका हूँ
14:09पोचने का मौका दे रहा हूँ
14:11सच-सच बता दे और तो अपने तरीके से उगलवा लेंगे
14:15दुबे
14:19अपनी सोर्सेस को इसके लोगों की कुंडली निकालने में लगा दो
14:21राजेसर भूत मेहनती और फिट रहने वाले लोगों में से ते
14:25या तक कि बड़े साब ने भी अपनी भातीजी गुंजन मेडम को उनसे टेंडिंग लेने को का था
14:29ила खुए बेस्ट आफिसर थे सर पर जबसे इनकुारी चल रहा था वो बहुत ज्यादा परिशान रहने लगे थे
14:37काफी ड्विन्ग भी करने लगे थे
14:41किताने पर बैस आम मगरी खुराब करण डे की कोशिच की तूने किसके पात झानखुल के सुल
14:47में एक बात कान खूलकर सुनले, सच का पता तो हम लगागे रहेंगी, तेरे लिए अच्छा होगा कि तो अपने मूँ से बता दे मुझे, पता किसके कहने पर किया, बोल राजेश, बोल राजेश, बोल राजेश, बोल राजेश, इससे बात नहीं कर सकते, यह मत गूलो कि त�
15:17वर्दी कोई नहीं छीन सकता
15:18राजेश की थाने में बाकी सब लोगों के साथ कैसी बनती थी?
15:30बाकी सब लोगे साथ तो ठीकी ही था
15:31पर अजय सर के साथ सुरू से उनका चत्थिस का अपड़ा था
15:34सर दोनों में काफी हाता पाई भी हुई थी
15:36राजेश सर भोध गुस्से में थे
15:38किसी की भी नहीं सुन रहे थे
15:40बात क्या थी वो तो नहीं जानते सर
15:42पर इस लड़ाई के बरे में सभी को पता है
15:44हाँ होई थी जड़ब
15:45लेकिन हमने उसे कुछ गलप नहीं पूछा था
15:47मतलब?
15:49थाने में सब को ख़बर थी
15:50कि राजेश सुनिल सर के भतीजे गुंजन के साथ
15:52कुछ जादा इस समय बिता रहा है
15:53हमने बस वही पूछा था उससे
15:55राजेश और उसकी पत्नी के बीच में जगड़े चली रहते
15:58एक जगड़े के गवाह तो हम खुद है
15:59अरे पहले तो तुम घर आते थे हमारे हाथ का खाना खाने के लिए भाग भाग के
16:03अब क्या हो गया है और इतना ही नहीं
16:05हमारे कॉंस्टेबल ने राजेश को सुवे सुवे गुंजन के घर से निकलते हुए भी देखा था
16:09ठीक
16:10यह तो और राजेश की काहनी है
16:12अब अपनी काहनी सुना राजेश से दुष्मनी के वज़े
16:15सर कोई जाती दुष्मनी नहीं थे
16:17एक वर्क प्लेस में दो कॉम्पीटिटर्स के बीच में जैसा होता है सिर्फ उतना ही
16:20कॉम्पेटिटिटर्स और वो गंजवाले केस में राजश का इन्वाल्मेंट उसकी लाइफस्टाइल देखे कोई भी बता देगा कि वो इस मामले में जरूर इन्वाल होगा उसके खर्चे उसकी कमाई से दुगना दे
16:32आपकी बती जी गुंजन इस उत का है? उसका एकसिडेंट हो गया था इसी वज़े से वो लीव पर है अपने होम टाउन लखनों में लेकिन आप गुंजन के बारे में क्यों पूछ रहे हैं? त्यागी जी हमने सुना है कि गुंजन और राजश के बीच में काफी नजदी क्या
17:02पाफ किजी मेरी कोट में पेशी है मुझे निकलना हो राजश की पत्नी नहीं है अपके साथ असर ने में तो आया थे कि वो आज के लिए ही बनारस में है बनारस में? लेकिन हमें तो पता चला है कि वो पिसले अफते बदायूं चले गई थी यहा बात कर रहे हैं साथ?
17:32चे महीने हो गए जब से देवर्स की बात चल रही है वो बना यहां बनायूं क्या कर रहा है कि साथ?
17:41चे महीने? लेकिन एक महीने पहले तो राजश ना पने बेटे का वर्थरे सेलिबरेट किया थी?
17:47सर राजश का कोई बेटा नहीं उसकी एक बेटी है
17:56यह यहना राजश का परिवार?
17:59नहीं साथ यह राजश का परिवार नहीं है
18:03यह निलम एसर
18:19तो क्या निलम तो उसी आरत के बारे में सही कह रही थी?
18:25यह राजश का परिवार नहीं है
18:34शादी तो बस नाम किती हमारी
18:36शुरू में ट्रणिंग के दोरान तीन-चार महने में एक दो बार आ भी जाते थे
18:39जैसे पिंकी बड़ी हुई
18:42और अमने बनारस आने के लिए कहा तो
18:44अरे तुमको पता है सरकारी कामों में कितना वक्त लगता है
18:47कॉर्टर मिलते ही तुमको और पिंकी को प्रे साथ लगे बश
18:51अली मिला बच्चा
18:54अई शवास
18:56किसी दो बबा को
18:58पहले तो पिंकी के बीमार होने पर या इसके कॉल करने पर आ भी जाते थे
19:04आ भी जाते थे
19:06पर देरे देरे बंद हो गया
19:08मुझे हमेशा से यसे लगता था कि
19:10वो मुझसे कुछ छुपा रहे है
19:12यहां बनारास में
19:16इंकी गार
19:18मासे की यह ललनपूर में
19:20अभी तो हम बहुत बीजी है
19:22तुम चलो हम शाम को मिलने मासे की घर आते
19:24वो खबलदार भाया बोले
19:26आप यही रहते पुलीस कार्टर में
19:32हाँ
19:46आपने बताया नहीं कि आपको पुलीस कार्टर मिलाया है
19:48हम तो पिंकी की स्कूल शुरू होने से पहले ही सिफ्ट हो जाते यहां
19:52हम बताने वाले थे भूल गए
19:56अरे ज्यादा टाइम नहीं हुआ को आटर मिलेगू
20:00अजिन हमारा बहुत जगड़ा होगा
20:06यहां तक कि हमने बहुत जिद भी की वहां रहने के लिए
20:10पर उन्होंने हमें समझा कर गाव भीज़तीया
20:14कुछ दिनों बात तांगा कर
20:16हमने उन्हें जब डियोस की बात की तो वह जट से मान गए
20:20यहां तक कि जब हमारे पापा भी उन्हें समझाने के लिए बात करने के लिए तो
20:24जब राजेश कुछ भी नहीं था
20:26तब हमने नीलम का रिस्ता किया था उससे
20:28अज जब राजेश की सरकारी नोकरी लग गई है
20:30तो हमारी बेटी को छोड़ देने की बात कर रहा है
20:32बेटा रहना नीचाहता उसके साथ
20:34तो कैसे जबदस्ति करे
20:36समझी जी आप समझे यह नहीं से
20:38मेरी बेटी नीलम का क्या होगा
20:40पिंकी का क्या होगा
20:42पिंकी का क्या होगा
20:44यू सबको मजदार में छोड़ देना कहां किसा मजदार यह बला
20:46अब राजेश से आखी बार कब मिली थी
20:48बनारस आने के बाद हम उन्हें कभी नहीं मिले
20:50कभी नहीं
20:52कभी नहीं
20:54पिंकी की पढ़ाई और हमारी नोकरी में इकना समय निकल जाता हैं
20:57कि हमें फुरसत मिलती ही नहीं
20:59और अब पीछे मुड़ कर नहीं देखना चाहते हैं
21:03सर
21:05नीलम को देखके ऐसा बिल्कुल भी नहीं लगा
21:07कि उस पर राजेश की मौत का कोई इसार हुआ हुआ है
21:24सर पता चला आमला राजेश की वाइफ ही नहीं है
21:36यह यह सर इतने दिनों तक राजेश हम सब की आखों में धूल जोगता रहा
21:40और पता निक कौन कौन से कहनिया सुनाई थी उसने हम सबको
21:45सर
21:47सर हर सिसी टीवी फुटिज चेक किया लेकिन राजेश का कही पर भी कोई फुटिज नहीं मिला
21:52जिस भी वेहिकल पर डाउट होता है सर्ज करो
21:54राजेश किसी ना किसी जरीय से किसी साधन से वहां पहुँचाओ
21:57आसपास वालों से पूछता जारी रखो
21:59और सरे कभी से ये भी पता चला है कि लग्की के घर कुंती नगर थाने से कोई पैसे भीचता था
22:05गीता तुम लखी के घर जाओ
22:07सर
22:08सर
22:09अमने आमला और उसके बच्चों के बारे में पूछताच की
22:12आमला के बच्चे जिसे शुकूल में पढ़ते हैं
22:14वहां पर पिता की जगा राजिष का नाम नीए
22:16किसी सन्जेगोयल का नाम न शीन ने इस सन्जेगोयल के बारे में भी पता किया
22:19कि इसी बेंक में गाम करते है उसे थाने तुरंद बुला है
22:33सर हमारा अतलाग दो साल गया थह
22:36आमला का हमारी माह के प्रती व्यवार बिलकुल अच्छा नहीं था
22:40हमने बहुत कोशिश की बदलने की कि सब कुछ ठीक हो जाये लेकिन वो नहीं बदली
22:44बहुत जिद्धी है
22:47आमला तुम्हा किसी भी चीज की ज़रौत है
22:49वोई भी हेल्प चाहिए तो मुझे भी जिजग बोलना
22:52जिजग? जिजग कैसी? तलाग के बाद तो यह हमारा हक है बस तुम पैसे टाइम से भिजवा दिया करना
22:59अम्मा की दवाईयों का भाना लगा लगा के ला हर बार की तरह कटौती मत करना
23:03वांडा हम नहीं फिर कोट बात करेंगी तुम से संजे हम अकसर आमला से और अपने बच्चों से मिलने उसके घर जाते थे और एक दिन
23:11ममी का है तुमारी? ममी अंदर है
23:15अच्छा, क्या मज़ा नहीं आ रहा, मैं भी तो सुने
23:20मों नग्दी भा बताता हूँ
23:21अँँ, ऐसे नहीं आती नग्दी
23:24आव
23:24बद दिनों से कुछ गिफ्ट नहीं लेकर रहे
23:26क्या का तुमने?
23:37शादी शुदा है और एक बच्चा भी है
23:39तुम इससे मिली गहां?
23:41यहीं रहता है पास में
23:44बिचारा हर दिन मशक्कत करता था खाने के लिए
23:47तो एक दिन हमने सोचा घर पर ही बुला लेता है
23:49बस तभी से यहीं का उकर रहे गया है
23:51और पर संजे
23:53तुम तो जानते ही हूँ
23:54हमारे हाथ के खाने का जादू
23:56है न?
23:58एक शादी शुदा आत्मी के साथ
24:00रहकर तुमें क्या मिल जाएगा?
24:02और यह बच्चे?
24:04इनके बारे में सोचा है कभी?
24:06संजे, बच्चों के बारे में सोचकर ही एक अदम उठा रहे हूँ
24:08सरकारी नौकरी करता है राजेश
24:11दोड़ो बच्चों का भविशे एकदम सुरक्षित रहेगा
24:14और तो और अपनी भीवी को तलाग देने के लिए भी तयार है हमारे लिए
24:18सार आमला ने अपनी जिद के आगे किसी की नहीं सुनी
24:20ना तब ना अब
24:22ना अब
24:24लेकिन हमारा डर गलत नहीं था सर
24:36क्या हूँ आमला मुझे क्यों बुलाया
24:38उसको अब हमें इंट्रेस नहीं रहा है
24:42अमने तुमसे पहले ही का था
24:44तो तुमसे शादी नहीं करेगा
24:46तुम्ही सबने देख रहे हैं तुमसे शादी के उससे
24:48राजेश पुलिस में है
24:50अच्छा कमाता है अच्छा दिखता है
24:52अब इस उमर में भला राजेश से भैता है
24:54तो बच्चों के साथ हमको और कौर मिलेगा
24:56हम नहीं थे तुम्हारे पास
24:58राजेश ने हमारे लिए अपने बीवी बच्चों को छोड़ दिया
25:00और तुमने अपने मा के लिए हमें छोड़ दिया
25:04हम बच्चों के फीज भी भड़ दिया
25:06हम बच्चों के स्कूल की फीज भी भड़ दिया है
25:08हमको तो समझ हे नहीं आ रहा है कि हम
25:10हमको तो समझ हे नहीं आ रहा है कि हम
25:12ना सारा खर्चा के लिए कैसे उठा रहा है
25:16चंता नहीं कर लिए
25:18हम कली तुम्हार एकांट पर ऐसे रजवा देगे
25:20अबला से आख्री बर कम मिले थे
25:22सर मिले तो नहीं लेकिन कुछ दिन पहले उसका फून आय था
25:26किसी प्रपोर्टी डील का नंबर माग रहे थे
25:28हमने वो नंबर फॉरवर्ट कर दिया
25:30और अब तब से लेकर अबाँ कोई मुलाकात नहीं हुँ
25:32इस से
25:33हमें इस प्रपरटी डीजेश्यज्श का ये
25:34जे
25:36नंबर बोलो
25:38दूबै
25:40इस प्रापर्टी डीले से बात करूँ, या गुंजन से पूछता इसके लिए निकलता हूँ
25:43ठैक्ट सर
25:44बहुत गुण सुन रहा है आपके नाम की गुंजन जी
25:52अब आपकी जबान से सुनना चाहते हैं
25:55उस दिन याने 10 अक्टूबर को, कहां थी आप?
25:57सर हम ड्यूटी पे थे, आप चाहे तो चेक कर सकते हैं
26:02लोग राजेश और आपके बारे में क्या-क्या बाते कर रहे हैं ये तो आपको मालूम ही होगा
26:05तो डीटेल में शुरू से बताईए
26:07हमारा राजेश सर के मर्डर के केस के साथ कोई लेना देना नहीं है
26:10लेकिन राजेश से तो है
26:11और आपको लोगों ने राजेश से मिलते हुए तब भी देखा है जब वो अपनी डूटी साथ सस्पेंड़ था
26:16वो हमारे मेंटॉर थे
26:18हम बुरे वक्त में उनसे मिल भी नहीं सकते
26:22बिलकुल मिल सकते
26:23फिर तो राजेश के मरने के बाद हॉस्पिटल आकर उसको देखना
26:27और हमसे बात करने का समय भी निकाल सकते हैं
26:29देखिए सर हम राजेश सर को बहुत मानते थे
26:31वो हमें ट्रेन कर रहे थे
26:33और हम इमोशनली भी काफी कनेक्टेट थे
26:35और जब हमारा अक्सिडेंट हुआ तब
26:40अंकल ने बोला कि
26:42मैंने भाईया को फोन कर दिया है
26:44वो बस पहुचने ही वाले होंगे
26:45तुम उनके साथ घर चली जाओ तुम्हें अच्छा लगेगा
26:49क्या राजेश की मौत का उसके केस से कोई लेना देना हो सकता है
26:53अब तो ऐसी हालत हो गई है
27:22कि किसी पे भी भरोसा करने की हिम्बत नहीं होती।
27:32इनने पचानते है?
27:35इनने तो कुछ दिन पहले ही मकान किराय पे दिलाया था।
27:38अड्रेस क्या है?
27:39लिखे दो
27:52पॉरण से को बलाओ, जल्दी हाँ!
28:08दस अक्टबर की रात को क्या अपने इस आदमी को यह आते जाते देखा?
28:23वैसे तो देर शाम कोई आता जाता रहीं
28:26लेकिन हाँ, जब हम घर को वापस जा रहे थे तो हमने देखा
28:30कि स्कूटर पर दो लोग आई थे और अंधेरे में जा रहे थे
28:34आप और कुछ बता सकते हैं उन लोगों के बारे में या फिर उसकूटर के बारे में?
28:38नहीं मेडम जी, क्या अंधेरा बहुत था और साफ सत्रा दिखाई नहीं पड़ रहा था
28:43लेकिन हाँ, हम यह जरूर कहेंगे कि हमने स्कूटर का कलर सफेद देखा था
28:48सर, आमला ने राजश को यहां जखमी किया और उसके बाद उसके बाड़ी को जला दिया
28:52उस मॉटर में किसी भी जखम का जिक्र नहीं है लेकिन ए क्राइम सीन देखकर लगता है कि अके लिए आमला का काम तो नहीं हो सकता
28:59जरूर कोई ना कोई था जो उसकी मादद कर रहा था
29:09आप कौन? इससे पर दो कोई और आता था पैसे देना आप नहीं है क्या?
29:14हाँ
29:15यह कब तक छूट कर आ जाएंगे? आप लोग ने बुला था कि एक मेने में छूट कर आ जाएंगे
29:20ऐसा दिसने बुला था
29:22प्राव को गलाrí हूँ
29:24लाजेश को कियो मारा? क्योंकि उससे पता चल गय था कि तुम उसे जूटे केस में फसा रहे हो
29:29हमने किसी को नहीं मारा? और नाई किसी को जूटे केस में फसाया है
29:33लेकिन पैसे तो तुम ही भेज़ते थे ना, लगी के घर?
29:37हाँ सर लेकिन वो तो हम सुनील सर के कहने पर करते थे
29:41और ये सब मैं सिर्फ परमोशन पाने के लिए करता था
29:44आप के पास क्या प्रूफ है कि मैंने ये किया?
29:49त्यागी जी अजय अपनी नौकरी बचाने के लिए आपके खिलाफ सारे सबूत देने को तयार होगी है
29:54तो आप भी टाइम बेस्ट किये बिना, खुल के बता दीचे सच क्या है
29:59जी करता है यू ही तुम्हाँ आपने ख़़ी रहा हूँ
30:06लेकिन बाए, कल मिलते हैं
30:19तुम्हें उसे जो सिखाना था तुमने सिखा दिये
30:22तो उसे पहले भी कह चुगा हूँ कि उसे दूर रहो
30:25परना ऐसी जगट ट्रांसफर करूँगा ना
30:27बिजली पानी को तरस जाओगी
30:29आप मेरे ट्रांसफर तो करा देंगे सर
30:32और गुंजन को कैसे रोख पाएंगे मेरे साथ आने से
30:35जब राजेश फिर भी ने माना तो हमने एक तीर से दोशिकार करने के बारे में सोचा
30:39हमने उसे एक ऐसे केस में फसाया जिससे हम भी उसे निकाल सकते थे
30:43वो जब भी हमारे पास गड़ गड़ाते हुआ आता तो हम उसके सामने एक ही शर्त रखते है
30:47बिंजन से दूर जाने के शर्त
30:50जब इतना फुल प्लूफ प्लान था तो ऐसा क्या हुआ
30:52कि आपने अगला कदम उसे मारने को उठा लिए
30:54हमारा प्लान सकसफुल होता है उससे पहले ही किसी लोसे मार दे अपने � can
31:13आमला की मदद करने के लिए तयार है तो हम यहा तक पहुचाने वाला भी संजय ही है
31:17इंस्पेक्टर सुनील शिस्टम से वाकिफ है वो खुद इस चक्रवियू में नई फसेगा
31:21ज़रूर उसका कोई ने कोई प्यादा होगा जो आमला की मदद कर रहा होगा
31:24सर मुझे तो कभी-कभी लगता है इन सारी ओरतों से तंगा के
31:27राजेश ने खुद अपना मडर प्लैंड करवाया और खुद आमला को मार के कहीं फरार हो गया
31:31आमला को हर समय पैसों की ज़रूरत रहती थी ज़रा इंस्पेक्टर सुनील और आमला जोनों की बैंक स्टेटमेंट्स चेक कर वाओ
31:37ओके सर आमला अगर हाथ लग गई तो सच्छा ही हाथ लग जाएगी
31:42वो सफेज स्कूटर या उन दोनों लोगों के बारे में कुछ पता चला
31:45सर क्राइम स्पॉर्ट पर जाने वाले सभी राज्ते और आसपास के सभी एरे के सीसी डीवी फुटेज एक टीम चेक कर रही है
31:50वी आ चेकिंग एवरी पॉसिबल वे
31:52पीम से कहो कि कमरकर्स के तैयार हो जाए यह कहानी अब क्लामेक्स तर पहुचने वाली है
31:56बहु बच्ची को लेकर तुम गर आजाओ
32:16गर? कौनसा गर? हमने तो काफी पहले ही छोड़कर आजाना चाहिए था
32:22ऐसा नकाओ बहु कि यह बच्ची राजिश के आकरी निशानी है
32:32आकरी निशानी इस बच्ची को लेकर इस शहर में जब हम अकेले उसकी जिम्मेदारी उठा रहे थे तब कहा था अपका प्यार?
32:42लोग नौकरी देने के लिए जिस्म का साउदा करने की मांग कर रहे थे
32:46एका के लिए औरत का इज़ा से रहे न कितना मुश्किल होता है
32:51आप नहीं जानते बैतर है कि आप यहां से चले जाएए
33:16अपने थाने से फोटो भेजा था उसका चेहरा इससे मिल रहा है
33:33तुब इस केस ने तो सीधा यूटन ले लिया है
33:44जिस अमला को अब तक हम संभधता दोशी मान रहे थे वो तो खुद विक्टिम निकली
33:47दीपक नगवर के आसपास का पूरा एरिया चान मारो एक-एक से पूछताश करो
33:51इतने बड़े सूटकेस में डेड़ बाड़ी ले जाए गई है
33:53किसी ना किसी ने कुछ तो देखा होगा
33:55राइट सर्थ
33:56सर मुझे तो बच्चों की जिनता हो रही है
33:58करें उनके साथ कुछ बुरा ना हुआ होगा
34:00सर्थ
34:04सर मने अमला नीनम और जीन फथों के फोगेशं हो फोगेशिन मरच्च कि ए
34:11सप्राइजिंगली तीनों की लोगेशं काई बार एक ही जग़ा दिखा रहा
34:16तक कान हमें जिस दिशा में ले जा रही है
34:18इन तीनों के इंटेंशनलिया एक साथ होना थो इंपॉसिबली है
34:34अर्वराज़स का ब्लार भी था
34:37दोनों का
34:39लेकिन फिर कातिल ने इतनी अलग अलग तरीके से तनों को ठीकानी क्यों लगाया
34:42शरर दोनों को मारने का मोटेश गूंजण और नीलम के पास ही
34:45भूग्कुंजण को आमला के बार में पता चल गिया हूँ
34:47और उसने दोनों को मार दिया तो फिर आमला की बच्चे कहा है
34:50यह भी हो सकता है कि Sanjay ने बच्चों को पाने के लिए आमला को मारा और जब बीज बचाव के लिए राजेश आया तो उसे भी मारना पड़ा हूँ
34:57लेकिन सर उस प्रॉपडड़ी डियर का अटर्स हमें संजय नहीं दिया था
35:00सर मिले तो नहीं लेकिन कुछ दिन पहले उसका फुन आया था किसी प्रॉपड़ी डिर का नंबर मांग रही थी
35:06You're right.
35:07हम अपने मदद करने वालों पर शक नहीं करते हैं.
35:09लेकिन हो सकता है मदद इस बार किसी इरादय सखेगी.
35:11इस केस में हम किसी को भी रडार से बाहर नहीं जाने दे सकते हैं.
35:17साहाब इसमें हम्री कोई गलती नहीं है?
35:19इसना पूछा है उसना बता.
35:21हमें बता चला है कि शूटकेस तरे सामने फैका गया था हाँ पर वो यह बता कि जिसने सूटकेस फैका था उसे पैचान सकता है हाँ पैचान सकता हूं साब वो आप ही लोग में से थे मतलब मतलब कि वो पुलीस वाले थे और
35:51उन्हों नहीं पानी में शूटकेस भीका था हि
36:21किताबे थी
36:24वीमग लग गई थी तो
36:25कुछ रोड पे फेके तो पाप चड़ेगा ना
36:27इसलिए पानी में फेक दिये
36:29तो राजेश ने आमला को मारा
36:31तो पिर राजेश को विशने वारा होगा
36:34चल क्या रहा ही
36:36सर पोस्पार्ण में रिपोर्ट से थाबित होता है कि राजेश की मौत आमला की मौत के पांचे घंटे के बाद होई थी
36:42सर
36:43सर एक CCTV फोटेज में हमें उस वाइट स्कूटर पर दो लोग दिखाई दिया
36:47लेकिन उस फोटेज इतनी क्लियर नहीं है
36:49सर ये देखे
36:50फिर हम ये एम के रोड का फुटेज मिला हैं जिसमें इस वाइट स्कूटर का नंबर साफ दिखाई दे रहा है
36:56और जिसके नाम पर रेजिस्टर है उसका पता चल गया है
37:02तुम्हारे मोबाईल की लोकेशन उसी जगे मिली है यह राजेश जलिव ही हालत में मिला थो
37:07तो बलाई इसी में है सीधे सीधे सब कुछ बताओ
37:17तुम्हें कैसे पता था कि राजेश उस्तरा तुह ही मिलेगा
37:19हम बहुत दिन से उसके पीछा करें दे सर और उस दिन
37:22तुमने अगर हमसे शाद ही नहीं की ना तो हम जाके सब को सच्चा ही बता देंगी
37:26अरे केस दो तुम्हारे उपर पहले ही चल रहा है और तुम्हारी नौकरे भी सो प्रतिशन जाएगी
37:34फिर थोड़ी दिर बाद राजेश दोनों बच्चों को घर से लेके बाहर गया
37:38हम उसका पीछा कियें
37:40तो देखें बच्चों को वो कुमार नगर में अपने दूस के घर पे छोड़ा और वापस आते हुए उसकी कार में एक सूटकेस लेके आया
37:47लगभग एक डिल घंटे के बाद वो वही सूटकेस लेके दुबारा घर से बाहर गया
37:53हमको कुछ गरबर लगा सर इसलिए हम अपना दोस्त को फोन करके बुला लिये उसके बाद हम दोनों राजस की गाड़ी का पीछा करने लगे
38:05वो किसी का नहीं था सर
38:22यू अपने फायदे के लिए किसी को भी छोड़ सकता था किसी को भी मार सकता था
38:26इसने बहुत परिशान क्याता था सर
38:31वो जब भी घर वापस आती थी न सर सिर्फ रोते वह आती थी
38:35हम उसको अपने दिदी का जिंदगे बरबात करने का सजा दी हैं सर
38:47और यह सोचे हो, कि सजा देने के चक्कर में तुमने खुद को कितनी बड़ी सजा दी है, और उससे भी बड़ी सजा दी है अपने परिवार को.
39:17झाल में झाल प्रोज कि भी बड़ी सचे हो, कि सजा देने के अपनला, कि वीधिल सजा दुमने वाओवें नहां सी।
39:39झाल में तुम एंड़ी सजा देने का हम जाओघार के प्रना सी।

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