Buddha Purnima 2025 :हिंदू पंचांग के अनुसार हर साल वैशाख माह की पूर्णिमा को बुद्ध पूर्णिमा के रूप में मनाया जाता है। बुद्ध पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान और दान आदि का विशेष महत्व माना गया है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार इस दिन वैशाख पूर्णिमा भी मनाई जाती है जो भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा के लिए उत्तम तिथि मानी जाती है। ऐसे में आइये जानते हैं इस दिन क्या करना चाहिए क्या नहीं ?
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00:00विशाक महीने की पूर्णिमा के दिन भगवान गौतम बुद्ध का जन्म हुआ था इसलिए इस दिन को बुद्ध जयन्ती के रूप में मनाया जाता है
00:07हिंदु धर में पूर्णिमा का खास महत्व होता है इस दिन पवित्र नदी में इसनान करने दान पूजा और वरत का विधान होता है
00:15इस साल बुद्ध पूर्णिमा 12 मई 2025 को है दरसल पंचांग के मताबिक वेशाक महा के पूर्णिमा तिथी की शुरुवात 11 मई शाम 6 बचकर 55 मिनट पर होगी और 12 मई शाम 7 बचकर 22 मिनट पर समाप्थ हो जाएगी
00:28ऐसे में उद्या तिथी को देखते हुए 12 मई को ही बुद्ध जयनती या बुद्ध पूर्णिमा मनाई जाएगी
00:34ऐसे में आईए आपको बताते हैं कि इस दिन आपको क्या करना चाहिए और क्या नहीं
00:39तो सबसे पहले आपको बता दें कि सुभास नान के बाद आप शांत वातावरण में दिहान करें
00:44बुद्ध के उबदेशों को याद करें और प्रातना करें कि आपके मन से नकरातमकता दूर हो जाए
00:49बुद्ध की शिक्षाएं पढ़ें या सुनें जैसे अप दीपो भव यानि स्वेम अपना दीपक बनो
00:54इसके लावा इस दिन जरुरत मंदों को भोजन वस्तर या धन का दान करें किसी को भी छोटा ना समझें क्योंकि करुणा ही बुद्ध का मूल संदेश था
01:02इसके लावा बुद्ध ने कहा था जो माता पिता की सेवा करता है वही सबसे बड़ा धर्म निर्भाता है इसके लावा इस दिन मास मचली का सेवा ना करें और जीवों की प्रती दया रखें इसके लावा क्रोध दुएश या नफरत से बचें बुद्ध कहते हैं क्रोध को
01:32दादे हिंदु मानिताओं के मुताबिक वेशाक पुर्णिमा के दिन भगवान विश्णु ने गौतम बुद के रूप में नौवा अफ्तार लिया था।
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