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  • 2 days ago
दिल्ली में अचानक बदले मौसम ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। तेज आंधी, बारिश और ओलावृष्टि ने जहां एक ओर गर्मी से राहत दी, वहीं दूसरी ओर तबाही का मंजर भी पीछे छोड़ दिया। कई इलाकों में पेड़ गिरने और दीवारें ढहने की घटनाएं सामने आई हैं। कुछ जगहों पर बिजली गिरने से लोगों की जान भी चली गई। अब तक मौसम की मार से 6 लोगों की मौत और दर्जनों के घायल होने की खबर है। दिल्ली ट्रैफिक पर भी इसका असर पड़ा है, कई सड़कों पर जलभराव और लंबा जाम देखने को मिला। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में भी खराब मौसम की चेतावनी दी है। प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुटा हुआ है। लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।

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00:00कुद्रत का काल चकर इसलिए क्योंकि बीते कुछ दिलों से देश में जिस तरह बे मौसम बारिश हो रही है
00:07ओले गिर रहे हैं आधी तुफान आ रहे हैं वो एक और तो कहर बर पा रहे हैं
00:11तो दूसरी ओर ये सवाल भी उठा रहे हैं कि क्या मौसम में ये बदलाव उद्रत का वो इशारा के जिसे अगर अभी नहीं समझा गया तो शायद बहुत देर हो जाएगी
00:20इस खास पेशकश में हम इसका विशलेशन करेंगे लेकिन पहले आपको दिल्ली पर पड़ी मौसम की मार की तस्वीरे और खबर हम बता देते हैं
00:28कल देर शाम को दिल्ली में तेज आंधी चली और कई जगा पेड उखड कर गिर गए और मकानों की दिवारे भी गिर गई
00:50हर कंप मच गया दो लोग इसमें जखमी बताये जा रहे हैं और हाथसे में पाच गाड़ियां शतिग्रस्त हो गई
00:56तो वहीं मधू बिहार इलाके में एक निर्मारा धीन मकान की दिवार गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई
01:02जबकि दो लोग इसमें घायल बताये जा रहे हैं करोल बाग में भी तेज हवा की वजह से एक मकान का चज़्जा किर गया जिसकी चपेत में आने से तेरा साल का बच्चा घायल बताया जा रहा के
01:12ये तीन तस्वीर आपको हम दिखा रहे हैं दिल्ली में किस तरीके से मौसम की दोहरी मार पड़ी है ये उसी की गवाही तीन तस्वीरे आपको दे रही है
01:20राजेंद्र नगर की तस्वीर है मधु विहार की तस्वीर और करोल बाग की तस्वीर
01:25अब देखे सवाल ये है कि अपरेल में इसकदर आधी तुफान आना बारिश और ओले गिरना क्या सामान्य है
01:34क्या ऐसा हर साल होता है तो जबाब है नहीं
01:38मैदान से निकट पहार तक अचानक आई आफ़त की जो तस्वीरे देश ने देखी
01:42उसकी आदत डालनी पड़ेगी क्योंकि मौसम के जानकार कह रहे हैं कि अब यही न्यू नॉर्मल है
01:47वो इसलिए क्योंकि धर्ती का बैलेंस बिगड़ किया गया
01:51और चिंता की बात यह है कि बिगड़े हुए बैलेंस की सबसे बड़ी कीमत भारत को चुकानी पड़ रही है
01:56ऐसा क्यों यह समझने के लिए हमारी यह रिपोर्ट आपको देखनी चाहिए
02:01अभी अभी अपनी स्क्रीन पर आपने तबाही का जोट ट्रेलर देखा उसकी वज़ा क्या है
02:31क्या आस्मान से मौत इसलिए परस रही है क्योंकि समंदर उबल रहा है
02:37क्या बिन मौसम बरसाद के बाद बरबादी इसलिए पसरी दिखाई दे रही है क्योंकि पृधिवी का तापमान बढ़ गया है
02:50हर किसी को बदलते मौसम और उसके साइड इफेक्ट की देहशत मैसूस हो रही है
03:02जब गर्मी पढ़ती है तो इतनी पढ़ती है कि लगता है कि धर्ती का सीना फट जाएगा
03:18और जब बारिश होती है तो ऐसी होती है कि लगता है कि सैलाव आ गया है जो अपने साथ सब कुछ बहा कर ले जाएगा
03:32ऐसा हो रहा है क्योंकि कुद्रत का काल चक्र बदल गया है
03:41गुरुवार को एक सामान्य दिन की तरह उत्तर भारत के तमाम शहरों में जिंदगी अपनी रफटार से चल रही थी
03:52लेकिन शाम को मौसम अचानक बदलने लगा
04:02ऐसा बदला कि पहले तो आसमान में धूल का गुबार चा गया और फिर सडक पर मौजूद गाड़ियों का आगे बढ़ना नामुम्किन साबित होने लगा
04:10दिल्ली एंसियार के मौसम में बदला हुआ है और आंधी वाली जो इस्थिती है वो आपको नजर आएगी
04:22किस तरह से तेज हवाय जो है वो चलती हुई आपको यहाँ पर साफ तोर से नजर आएंगी और लेकिन जिस तरह से गर्मी काफी जादा पड़ रही थी और उससे लोग जो है वो परिशान हो रहे थे
04:34तो आंधी और हल्की बारिश होने के बार मौसम में निश्यत तोर पर सुधार होने की उमीदें जो है वो लोग जताते हुए नजर आ रहे है
04:44नोईडा से लेकर गाजयबाद और दिल्ली तक ऐसी ही तस्वीर दिखाई दी लेकिन तबाही का असली स्टांटम बिहार में दिखाई दिया
04:51उले नालंदा में 23 लोगों की मौत हुई है 23 जिसमें एक वजरपात से बाकी का अलग-अलग जगा दबने से मृत्ती हुई है
05:14तस्वीर बिहार के नवादा की है जहां तेज आंधी ने दिन में रात का अंधेरा कर दिया था
05:20हवा की रफ्तार इतनी तेज थी कि सड़क पर गाडियों की रफ्तार में ब्रेक लग गया था
05:26तूफान के सामने बड़े-बड़े पेड भी अपना वजूद बचा नहीं पाए
05:34सबसे बड़ी मार किसानों पर पड़ी जिनकी खेक में तैयार खड़ी गेहु की फसल पूरी तरह बरबाद हो गई
05:56अगली तस्वीर बियार के रहतास दिले से आई है जहां तेज हवा ने विशाल काय पेड़ों की सड़क पर समाधी बना दी
06:06कहीं पेड उखड़े तो कहीं बजली के खंबे गिर पड़े और यहां भी मुसीबत किसानों की हुई जिनकी मेहनत पर बारिश ने पानी फेड़ दिया
06:24कई बारिश और तूपान टांडव मचा रहा था तो कई शेहरों में ओले आतंक मचा रहे थे
06:54मद्र प्रदेश के मुरैना में तो पूरे पाच मिनट ता का आसमान से ओले बरसते रहे
07:03यह सभी बोर्चाला के नावी घ्राम में यह अभी हावा का रूप बहुत खराब है
07:22अब सवाल यह है की कुद्रत बार बार अपना रोद्र रूप क्यों देखा रहे है तो जवाब है एक्सट्रीम वयदर अरु
07:31यानि गर्मी के मौसम में रिकॉर्ड तोर गर्मी बारिश के मौसम में तबाही मचाने वाई फार और सर्दी में थन्ड की पिछले तमाम रिकॉर्ड तूट जाए
07:40पिछले पचास वर्सों में ग्लोबल साउट से लेकर के जो अल्प विक्सित देश थे वो भी विकास सीर होने लगे उद्द्योगों का अंधा धुंद विकास हुआ यसे बड़े पैमाने पर ग्रीन हाउस गैसेट का उत्सरजन हुआ और यह उत्सरजन ग्लोबल वार्मिंग
08:10लेकिन अब आप कहेंगे कि ना तो अभी भयानक गर्मी का मौसम है और ना ही सर्दी और ना ही बारिश तो फिर ऐसा क्यों हो रहा है
08:38तरसल एक्स्ट्रीम वेधर के साथ साथ धर्ती पर जलवायू परिवर्तन की भयानक मार पड़ी है
08:44इस बार दिसंबर जैनवरी आया लेकिन उसने बिल्कुल नहीं सताया क्योंकि सर्दी का इंतजार करते करते दोनों महीने गुजर गए लेकिन ठंड नहीं पड़ी
08:59इसके बाद आया फरवरी कमाही में और फरवरी में ही गर्मी का हैसास होने लगा मार्स तक तो लोग गर्मी से छटपटाने लगे
09:0638 से 40 डिगरी पारा चल रहा है इतनी सरन टाइप की गर्मी है जो भी है गर्मी हमारी
09:18और एक तो एपरेल चल ला इतना पिछले साल तो इतना धूप भी नहीं हुआ करता था पर आजकल जो धूप है मतलब बढ़दाश के बाहर ही है
09:25मौसम विभाग में यूपी बिहार और राजस्थान के कई शेहरों में हीट वेव का अलर्ड तक जारी कर दिया था
09:36सर गर्मी बहुत कड़ागी की पड़ रही है बहुत ज़्यादा है अब भी है जून में वो अपरेल में आले तो मही जून में क्या आलोंगे
09:43अब भी किती भैंकर दूप है चार बज़े फिर भी बहुत हालत खराब है
10:07लेकिन अपरेल में मौसम ने ऐसी पलटी मारी कि सिरफ एसी बंद रही हुए
10:11बलकि अधिक्तम तामान सीधे 40 डिग्री सेल्सियस से 32 डिग्री सेल्सियस तक लुड़क गया
10:17इस वाक दिल्ली में धूल और मिट्टी भरी आंधी जो है वो आ रही है
10:28कल भी कुछ यही अंदाज मौसम करता और आज भी कुछ यही अंदाज है
10:32अगर आसमान पे देखें तो काले बादल चाय हुए हैं तो वहीं जो पेड हैं वो तेज रफतार हवाओ की वज़े से खूब तेजी से जो पत्ते हैं वो ज़ड़ रहे हैं पेडों से
10:42और इस वक्त मौसम विभाग की जानकारी के हिसाब से जो हमाएं है वो 40-60 क्लोमीटर प्रती घंटे की रफतार से वो चल रही हैं और इस वक्त धूल और मिटी भरी आंधी जो है दिली अंसियार में देखी जा रही है ज्यादता निलाकों में देखी जा रही है
10:57पिछला पूरा साल क्लाइमेट चेंज के लिहाद से भारत के लिए बहुत भयानक बीता के है सचाई ये है कि जलवायू परिवर्तन की वजह से पूरी दुनिया त्राहिमाम करती दिखाई दी
11:07State of India Environment 2025 की रिपोर्ट के मताबिक 93 फिसदी दिन ऐसे थे जब किसी एक इलाके में एक्स्ट्रीम वेदर अपना आतंक मजा रहा था
11:17और आशंका जताई जा रही है कि एक्स्ट्रीम वेदर की खतनाएं और बढ़ने वाली है
11:37साल 2014 जब ना तो मैदान मौसम की मार से बच पाया और ना ही पहाड़ ही खुद को सुरक्षित रख पाया था
11:48राजिस्थान से लेकर गुजरात तक को सैलाब में डूपते हुए देखा गया
12:11और अब माना जा रहा है कि मौसम से मची तबाही के मामले में 2025 भी 2024 से कुछ अलग नहीं होगा
12:24आपकी स्क्रीन पर मौझूद तस्वीरे उत्तरा खंके चमोली से आई है
12:39जहां बादल फटने के बाद आवाज में देशत साफ महसूस की जा रही है
12:43चमोली में बदरीनाथ नेशनल हाईवे पर मलबा आने के बाद रास्ता पूरी तरह से बंद हो गया है
12:51केदारनाथ हाईवे की तस्वीरे भी बारिश के बाद बदली हुई है
13:00कुल मिलाकर कहने का मतलब यह है कि जिस भारी बारिश से मचने वाली तबाही की तस्वीरे और रिपोर्ट
13:11आम तोर पर जुलाई अगस्त के महीने में दिखाई देती थी, वैसी अप्रेल महीने में ही सामने आ रही है, तो फिर आगे क्या होगा?
13:18या मानव आधारिज जल्वायू परिवर्तन जो है, उससे पूरे विश्व का जो तापमान है, उसमें लगातार वृद्धी होती जा रही है, और इस वृद्धी की वज़े से जो जितने भी मौसमी तंत्र हैं, वो अनिश्चित और अप्रत्याशित तो हो ही गए है, साथ ही �
13:48लाने वाले मेग हैं, जिसने क्यूमलो निंबस मेग कहा जाता है, उनकी मात्रा में भी लगभग 80 प्रतिशत की वृद्धी हुई है, ऐसे में हम देख रहे हैं कि अनिश्चित मौसम, अप्रत्याशित मौसम, क्यूमलो निंबस मेग अधिक होना, इसकी वज़े से बिजली �

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