Skip to playerSkip to main contentSkip to footer
  • 2 days ago
Sahi Pakde Hain: तृणमूल कांग्रेस (TMC)सांसद (MP)महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra)ने ट्वीट कर दावा किया था कि दक्षिणी दिल्ली (South Delhi)के बंगाली बहुल चितरंजन पार्क(Chittaranjan Park) इलाके में बीजेपी(BJP) से जुड़े लोग मछली की उन दुकानों को बंद करा रहे हैं, जो मंदिर के पास हैं।इसका एक वीडियो शेयर करते हुए तृणमूल सांसद ने एक्स पर लिखा कि ये देखिए, भगवा ब्रिगेड के भाजपाई दिल्ली के चितरंजन पार्क में मछली खाने वाले बंगालियों को धमका रहे हैं। OneIndia के शो 'सही पकड़े हैं' में हमने वायरल वीडियो की पूरी सच्चाई जानने का प्रयास किया।हमने उस शख्स से भी बात की साथ ही अन्य दुकानदारों की प्रतिक्रिया भी जानी।हमने चितरंजन पार्क (Chittaranjan Park) में मछली बाजार के दुकानदारों से बातचीत की, जिनका कहना था कि “हम भी सनातनी हैं लेकिन हमारी परंपराएं अलग हैं।”देखिए OneIndia का खास शो – "सही पकड़े हैं"।


#FishMarketControversy #SanatanDharma #BengaliHinduCulture #ChittaranjanPark #MahuaMoitra #sahipakdehain

~HT.178~CO.360~ED.110~GR.344~

Category

🗞
News
Transcript
00:00पहले कभी हुआ नहीं यह पहले बारी यह ऐसे हुआ है जो कोई बहाट सा कोई आके हम लोगों को बोलने लगा यहां पर कॉंग्रेस भी थे यहां पर आपपार्टी भी थे बट कभी भी इस सब चीज नहीं हुआ यह बिल्कुल पास महीं मंदिर है और यहां जूते उतार ले
00:30तो यह नहीं पता है कि उसका जो है हमरे रूट कहां से है क्या है क्या नील बहुत लोगों को मालूम में यह कलकत्ता में काली माता के मंदिर में मच्छी का भोग दिया जाता है
00:40और वन इंडिया में एक बार फिर आपका स्वागत और मैं हूं उस जगह पर चितरंजन पार्क और यह चितरंजन पार्क का मचली मार्केट है मार्केट में सिर्फ मचली नहीं बिखती तर और और भी चीज़े बिखती है लेकिन यहां का मचली मार्केट चर्चा में आ गया
01:10और उसके बाद यह चर्चा का विसर बन गया कि यहां के कुछ लोग आया होने का कि आप यहां मचली नहीं बेच सकते।
01:17मेरी जानकारी जो यहां कर मैंने लोगों से ली वो सब यहां से बीवार है एक मंदिर की दिवार है तो जो लोग आये थे उनका कहना था कि आप मंदिर के पाच मसली नहीं बेच सकते।
01:40को पुछोंगा क्या है कि मंदिर की जो मुझे बात पता लगी है किसे बनवाया बूशता हूँ ?
01:51इस मंदिर से मचली विख्रेता हूँ कि आस्ता एक तरह से चुड़ी है उरक से दिन की शुरुआइख, किस तरह मंदिर की
01:59पूजा के साथ करने अचाते हैं सबसे पहले नाम मेरे नाम है दीवेंदु डीटी दीवेंडुड़ी वह देख पिए समी पहले
02:13में जब आया था झेन्त या 6 मार्च को बात है सामको 4 वजे के करेद
02:15Ofno朋友 ने आया है है पहले इंटुडियूश किया हम लोग सनातनी
02:21है सनातनी है मैंने बुला मैं भी सनाथनी ही तो को करता हूं
02:27और मैं भी पूजा करके दुकांदरी शुरू कटा हो हुशक को मेरा मление मदलब है नहीं मगारा हम लोग को आस्ता का उपार अगाद कि मंहरा हो सकता है
02:37हैं पूजा करके दुकंदरी शुरू करते हैं नहीं एक मंदीर बन वाया है क्योंकि हम पूजा अरचनग लिए शुबिदा के लिए
02:49हाँ पूडबो जने वान वाया है इसकता करण होगा बीस पचीस साल होगा 25 साल होगा
03:00पचास साल पुड़ाना होगा कभी किसी ने रोका है आपके मचली बेखने से पहली बार हुआ है जो कोई बाहर सा कोई आके हम लोगों को बोलने लगा जो यह आप
03:18कैसे मार्केट के साथ मंदिर के साथ मच्ची बेज रहे होना नहीं चाहिए बंद करना पड़ेगा
03:24हाँ है इसलीए हम लोग यां पर हम लोग舔र पास पेपार भी है हम लोग इसी हम पर बिसने हैं ऽे इसारगे बीचनाय जो भी सीपूड बेचा जाता
03:41इस तरह का तो उठाव का उनके पास अब कार भबर समय बाता डो की सनातनी की बात हो
03:50हो रही हो जिस सनातनी बात को लेकर करके सनातन धर्म को लेकर के बात होती है उसके बहुत बड़े प्रोधा कहना है चाहिए आगे चहरा को रहें पियंद मोधी और उन्होंने ही अपनी मत्रफ पालन विवाक की तरफ से तमाम योजनाय चलाई जिससे मतस्फ़ाद को का विकास
04:20सरकार जो � TED को ले करके उसे कोई सनातन को खत्रे में नहीं आ रहा रहा है कि अगयोज policing लेकिन यहां पर कुछ लोग आते
04:30हैं जो 산ातनी होने का दावा करते हैं और दिवांद जी मैं सनातनी अपनी एक संस्कृति है बंगाल के रहने वाले
04:37बंगाली संस्कृति है जुड़े हुए और यह पूरी इलाका है चत्रंजन पार्क में यहां पर मैं समझतों 80% बंगाली कम्मुनिटी के रोल लोग रहते हैं तो उनकी संस्कृति है आस्था भी है जबर्दा सास्था है किस तरह से सुरुआत होती है यह मंदिर से आप बने स�
05:07जब दिशो सब्सक्राइब करने सब्सक्राइब है जब इसको बराकर वाया हमारे आगओं के सामने बनाया है क्सलिए अपने दिवारों में चालीमता की ऑपोस्टर लगा रहा कैसमें दूब्ति जलां के स्था जिंध यह फिरुआ जगावाई चुरुआत कर्ता है
05:37साट कि आस्था की बात क्या है उनकी अपना एक तरीका है और यह मचली उनकी भोजन में है उनकी संस्कृति में है तो हमारे देश में तमाम तरह की संस्कृति और
05:58सब सनातनी हैं वो क्या खाते हैं क्या नहीं खाते वो Leesar ने खाने देना चाहिए फिसको विवात करें कहीं न कृईना कहीं सनातनीयों के ऋहांने किंगर।
06:25आये देखते हैं यहां पर यह बिल्कुल पास में ही मंदिर है और यहां जूते उतार लेते हैं मंदिर में जाने से पहले यहां पर थोड़ा सा और यह मंदिर है कि थोड़ा सा दूरी बिल्कुल ज्यादा नहीं है यहां पर है यह मंदिर है हम लोग जब दुकंदरी सुरू कर
06:55पूरी आस्ता है लेकिन जो लोग आये उनका अपनी परवासा थी उसके आप लोगों को मालूम नहीं है कलकत्ता में काली माता के मंदिर में मच्छी का भोग दिया जाता है
07:19मतन का भोग दिया जाता है यह भी सनातन के बढ़की संस्किर्टी में हैं बली देते हैं उसमें मच्छी का भौग होता है मतन का भोग होता है इसके लिए भली होता है
07:40आप बली होता है यहां बिल्कुल कोई भी गंगी कहना चाहिए बोवी तो भोजन है उसका जो दुकान है उसका यहां पर देखिए कोई किसी तरह का कोई जो अवशेश है बगेरा कुछ यहां पर आसपास नहीं दिखाई देता है
08:01पूजा दुबवत इस सुबह साम देता है वाइब लोगो ममी हो बहनों तो उहां पर हम लोग खाना बनाते मचली मीद तो उससे पूजा नहीं होता है कि उससे कहां धरम बेस्तुर है किसके गर में मूर्दी नीए यह तो चलो अलग से बना हुआ है मंदिर वालग है अलग है �
08:31मन्री के पुजारजना नहीं कृता है कि मंदिर यह पुजारी यह जो बात लोगों नहीं कहीड मैं आपसे जानना चाऊंगा आप तो पूता 우�ring का होने से
08:55मेरे को जहां तक लगता है यह आस्ता कभी नहीं हुआ
09:25यह एक मुद्दा है जिस मुद्दा को उठाया गिया है I think that this is
09:30सामाव पॉलिटिकली मुटिवेटेड मुझे जो लगता है अधरोईज यह कोई इस्व नहीं है
09:34अप ओ जो सनातन ही बोल रहे हैं अपने आपको उनको सनातन के बारे में कितना पता है मुझे पता नहीं है
09:39उनको साइद यह नहीं पता होगा कि विवेकानन्दों जो सनातन धर्म का सबसे वड़ा प्रचारा अगते है वो खुदी जो है फिश खाते थे
09:47उनको साइद यह भी नहीं पता होगा रामकिष्णो परवंग्शोदेब जो थे उनने भी फिश खाये थे
09:52उनको यह भी नहीं पता होगा कि जो है तरापीट मंदीर में हमारा भोग लगाए जाता है फिस से उनको तरापीट मंदीर बेंगल में तरापीट मंदीर एक बहुत प्रशीद पिठस्थान है जहां पे देवी का एक अंग गिरा था तो वही पे जो है सादक बामा खैपा थे �
10:22तो वह जो बामा खैपाज भामा खैपाज खुद ही ननमेजिटेडियन थे और वहां पे एक सिद्ध पीट माना जाता है तरापीट को जो विंगल में है कामाक्षा मंदीर में वहां पे भी आपका जो है ननमेज दिया जाता है ऐसा 6-8 मंदीर है जिस मंदीर के अंदर यह �
10:52यहां पर लंबा लाइन लगते हैं Şahosa sat पे दिया जाता है इसना स्की परता है ।
11:11आपका प्राइबाते हैं मेल दिया जाता है तो इसलिए मैं खुद एक मुकबादायू मैं खुद एक ब्रहमीन हू JP
11:21इनको यह नहीं पता है कि उसका जो है हमारा रूट कहां से है क्या है क्या नहीं इंडिया डिफिनली किया जाता है
11:34मैं इसको कुछ ऐसे करके समय तो गलत तो नहीं होगा इस सनाथन एक बड़ा इरिया उनके अलग अलग अलग छेट के नुसान मानेता है
11:47मैं आपको एक छोटी सी चीज़ बता रहा हूं रामकृष्ण परवंग्षदे भी यह बोले थे कि अगर आपको लगता है भूका पेट रहने से पुरा खाना खाके आपका हिसाब से खाना खाके आप आराम से भगवान का धैन कर सकते हो
11:59मैं तो बोल दूंगा आप ओही करो आपको भूका पेट रहने का कोई जरूरत नहीं है पहले पहले आत्मा का शांति होगा तभी परोमात्ना का शांति मिलेगा
12:06आपको भूका पेट है आपको मतलब वहां पर पास में खाना देख रहे हैं तो इसलिए कुछ भी चीज होगा कोई भी चीज होगा इसके साथ इस दोनों का
12:18सब करने का कोई जस्टिन किशन नहीं है यह लोग पूजा करने के बाद वहां पर जाते हैं कि मेरा पूरा दिन ठीक जाए सब कुछ चाख जाए
12:26यह किसी खास पार्टी से तालुग रखेते हैं या उन्होंने अपने आपको पार्टी में एक हिंदूत का घंडा बढ़ाने के लिए सरातन का अपने आपको देखें मेरे को लगता है यह यह गलत प्रोचार है देखिए मेरे को जो लगता है केंदियों शरकार सारे गौर्�
12:56विजेपी का था अभी विजेपी का है यहां पे कॉंग्रेज भी थे यहां पे आप पार्टी भी थे बाट कभी भी इस सब चीज नहीं हुआ यह सब कभी भी नहीं हुआ आप किसके दिमाग में क्या घुम रहा है कौन सा पॉलिटिकल फाइदा लेना को लेने का गोशिश क
13:26लोगों खARAKर के हनुमन चली सा परमगा मैं एक बात उन्लों लोगों से कहने च chutतिन강 परदेख पड़ते हैं तो वह नूगों को ने
13:41हनुमन का बात किया हनु मननका कुछु कुरु कॉन था राम था राम भी भगवान है मेरे भी भगवन है जैसे उसका भी है मेरा
13:49क्वाइब और यहां पे भी हनुवान जी का मंदीर है मैं खूद एक ब्रामीनों के में अजिए शुरूप में दिखना चाहते हैं उनको उस रूप में पुजा कर सकते उसमें को इस्थी ने समय में आपने पुलिस में कुछ इसकी मार्केट में जो है ना बहुत सरा बहुत सरह
14:19आती है कोई चलती है कोई कोई आ के बाहर से भीडियो बोलते हैं आप लोग कुछ बोलिए इस
14:30मार्केट कितना साल पुराना है ऐसे बहुत सब्सक्राइब कर चुके हैं हम लोग चाहते हैं अभी कॉम्पेंट किया है
14:47दो चाहर दिन पहली हम लोग लॉट किये हैं और और हम लोग उनको ही बोले हैं को जल्दी पहचान कीजिए और नॉट अल्ली डाट इंपी जो है तो उन्होंने भी फोन किये थे उन्होंने भी बोले थे कि आप निस्चीन तो के रह जाओ जितना प्रेशर्स है यहां पर एमे
15:17प्रेट किये हैं जरूर हम लोग पुशिश करेंगे उन लोग को पहचानने के उन पहचान अल्रेडी तो लोग तो केमेरा में दिखा ही दे रहा है मतलब पुलीस को ही प्रेशार्ट करेंगे उनको जल्दी पक्रो आपकर काल देखते हो भाश्यती मुखर जी हुई अंबसे
15:47को पकरो रूट में जाओ कि क्या प्रॉब्लम है चीप पॉलिक्स मत प्रेट करो तो यह जो आपने देखा यहां पर समझना होगा जो लोग इस तरह की चीज करते हैं भारत इतना बड़ा देश है विभिन प्रकार की संस्कृति है यहां पर अलग अलग अलग भोजन है और �
16:17अपना रहनसेन अपनी वेसमुसा और अपना भोजन हम इस पर कैसे चिपड़ी कर सकते हैं हाँ यह बात है कि साफसफाई की बात है तो हमने कैमरा लाकर यह दिखा कि ऐसा कुछ है नहीं मार्केट में उधर वह अपना व्यापार कर रहे हैं इधर बिल्कुल पालन किया जा �
16:47कि दुकानों पर लगी है मुए दुकानों पर लगी है लोग सुपह पूजा कर रहे हैं और अस्ता भाही है कि करें बास्तम सम्मतों करना चाहिए बहुत बहुत दना बात
17:17झाल

Recommended