तहव्वुर राणा तो भारत के कब्जे में आ चुका है लेकिन अभी कई ऐसे चेहरे हैं जिनकी भारत को तलाश है। हम आपको ग्राफिक्स के जरिए मुंबई हमले की साजिश में शामिल किरदार और उनकी भूमिका के बारे में बताते हैं
सबसे पहले नंबर पर आता है मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद का नाम जिसने पूरी योजना बनाई थी। हाफिज सईद ने तीन लोगों को अलग-अलग काम बांटे। हेडली को हमले के लिए मुंबई में रेकी का काम सौंपा गया और रेकी में हेडली की मदद उसके दोस्त तहव्वुर राणा ने की। इसके बाद आता है जकीउर रहमान लखवी का नाम जिसे हाफिज ने आतंकियों को चुनने का काम सौंपा था। तीसरा नाम है मेजर इकबाल का जिसे हथियार और पैसों की मदद का जिम्मा सौंपा गया था। जकीउर रहमान लखवी की मदद सज्जाद मीर और इलियास कश्मीरी ने की। सज्जाद मीर को हमले के लिए जरूरी सामान जुटाना था जबकि इलियास ने योजना को अंजाम तक पहुंचाने में मदद की। तो चलिए आपको दिखाते हैं मुंबई हमले में शामिल आतंक के इन किरदारों की पूरी कुंडली
सबसे पहले नंबर पर आता है मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद का नाम जिसने पूरी योजना बनाई थी। हाफिज सईद ने तीन लोगों को अलग-अलग काम बांटे। हेडली को हमले के लिए मुंबई में रेकी का काम सौंपा गया और रेकी में हेडली की मदद उसके दोस्त तहव्वुर राणा ने की। इसके बाद आता है जकीउर रहमान लखवी का नाम जिसे हाफिज ने आतंकियों को चुनने का काम सौंपा था। तीसरा नाम है मेजर इकबाल का जिसे हथियार और पैसों की मदद का जिम्मा सौंपा गया था। जकीउर रहमान लखवी की मदद सज्जाद मीर और इलियास कश्मीरी ने की। सज्जाद मीर को हमले के लिए जरूरी सामान जुटाना था जबकि इलियास ने योजना को अंजाम तक पहुंचाने में मदद की। तो चलिए आपको दिखाते हैं मुंबई हमले में शामिल आतंक के इन किरदारों की पूरी कुंडली
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00:00अब बात तहवुर के हिसाब के पाकिस्तान के इशारे पर अमेरिका में रहकर हिंदुस्तान में धमाकी की साज़िश रचने वाला तहवुर राणा
00:08आकरका अपने कर्मों की सजा यहीं हिंदुस्तान में भुखतेगा
00:12राणा वो स्क्रिप्ट राइटर था जो से हेडली के जरिये मुंबई में रेकी करवाई
00:16लेकिन उसी हेडली ने राणा को अब सलाखों के पीछे पहुचा दिया है
00:21दिली के एनाईए हेड़कोर्टर में तावर राणा इस पत्क मौझूद है जहां पर उससे पूछताच चल रहे है
00:25मुंबई हमले को लेकर एनाईए के अधिकारी तावर राणा से सवाल जवाब कर रहे है
00:30तावर राणा और हेडली की दोस्ती और दगाबाजी की ये कहानी और इस कहानी की कडियां अब एनाईए जोड रही है
00:39अमेरिका की धर्ती पर इस साज़िश के सबूत जो मिले हैं देखाते हैं आपको
00:43वाशिंग्टन से अबेपी न्यूस संबात आता है जगवंदर पठ्याल की एक्स्क्लूजव रबॉर्ट
00:47पहरी तस्वीर साज़िश रचने वाला
00:59दूसरी तस्वीर अमेरिका की गिरफ्ती तीसरी तस्वीर हिंदुस्तान की गिरफ्ती
01:0416 साल 4 महिने 13 दिल हिंदुस्तान को तहवुर राणा का हिसाब करने में इतना वक्त लगी
01:10लेकिन इंसाफ की घड़ी रुकी ने, आखिरकार साथ समंदर पार से तहवुर राणा को लाने का मिशन पूरा हुआ
01:17कल देराथ पालम एरपोर्ट पर एनाये की गिरफ्ट में तहवुर राणा की ये तस्वीर है
01:22दाढ़ी सफेद हो चुकी है, उम्र हावी है और गुनावी
01:26अब देश का कानून इस तहवुर राणा की सजाता ही करेगा
01:29कल राथ राणा को 18 दिन कैना ये रिमांड पर भेश दिया गया
01:3326-11 मुंबई हमने का most wanted आतंकी है तहवुर राणा
01:37आपकी स्क्रीन पर मौजूर 16 साल बात थी ये पहली तस्वीर है
01:41इसे और्डर पाकिस्तान से मिला, साज़िश अमेरिका में रची
01:46गुनाह मुंबई में हुआ और इंसाफ के लिए दिल्ली लाया गया गया
01:50जिस वक्त हिंदुस्तान की कोशिशों को अमनी जामा पहनाया जा रहा था
01:54उसी वक्त अमेरिका की सर्दमी पर एभी पिनियूट संगबाद दाता जगविंदर पटियाल
01:59राणा की साज़िश की कडिया जोडने पहुँचे
02:01क्योंकि ये केस सिर्फ चंद बुनेगारों का नहीं बलकि आतन की मुल्क पाकिस्तान का है
02:06जिसने हिंदुस्तान के खिलाब साज़िश रची और उसका स्क्रिप्ट राइटर था तहवुर राणा
02:11अब वो राणा से अब ये जानकारी मिल सकती है कि मुंबई हमले में पाकिस्तान की खूफिया एजनसी आयेसाई ने कैसे मदद की
02:21कैसे पाकिस्तान में मुंबई हमले का ब्ल्यू प्रिंट त्यार किया गी
02:25इस हमले में राणा एक लौता किरदार नहीं है
02:33फाइले खुलेंगी तो पाकिस्तान में बैठे आतंग की आकाउं की पूरी प्लैनिंग के स्थबूत जमा होगी
02:39सबसे पहली नंबर पर है मुंबई हमले का मास्टर माइड हाफिस साइड
02:44जिसने पूरी योचना बनाई थी
02:46हाफिस साइड ने तीन लोगों को अलग-अलग काम भाचे
02:49हैडली को हमले के लिए मुंबई में रेकी का काम सौपा किया
02:51रेकी में हैडली की मदद उसके दोस्त तहब्राणा ने की
02:54इसके बाद आता है सकियूर रह्माल लकवी करा
02:57जिसे हाफिस ने आतंकियों को चुनने का काम सौपा था
03:00तीसरा नाम है मेजर इक्बाल का
03:03जिसे हत्यार और पैसों की मदद का जिम्बा सौपा किया था
03:05जक्यूर रह्मान लक्वी की मदद सज्जाद मीर और इल्यास कश्मीरी ने की
03:10सज्जाद मीर को हमने के लिए जरूरी सामान जुटाना था
03:13जबकि इल्यास ने योश्रा को अन्जान तक पहुचाने में मदद की
03:16मोहरा था कसाप और उसके साथ है
03:20मस्टरम माइन्ड थे पाकिस्तान में पैचे आका
03:23लेकिन मुंबाई हमलों की तयारी जिस बारिकी से की गए
03:26उसके पीछे हेडली का ही ब्रेन माना जाता की
03:29आतंकेव को हाथ में करावा पहनाने का आइडिया भी हेडली का था
03:32युसे उसने सिर्धी बिनाएक बंजिर से खरीदा था
03:35और हेडली को हिंदुस्तान तक पहुचाने में एहम रोल था तहवुर राना का
03:40जो अब हिंदुस्तान के कबसे में है
03:42ये तो कटपुटली था इसको नचाने वाला ताद कीशने वाला
03:46पाकिस्तान की इंटेलिजन्स एजन्सी और पाकिस्तान की जो सरकार है
03:50वो थी पाकिस्तान की फॉज थी
03:52ये पहली बार है मैं अमेरिका में पोस्टेट रहा हूँ
03:54बहुत कुछ मैंने वहां देखा है
03:55ये पहली बार है कि अमेरिकन इस्टाब्लिश्मेंट ने
03:59एक व्यक्ति एक आतंकी का डारेक्ट लिंक बनाया है पाकिस्तान की इंटेलिजन्स एजन्सी साथ पाकिस्तान की फौज के साथ पहले ऐसा कभी नहीं हुआ था
04:08तो एक तो हम पता लगाना चाहते हैं कि इसकी तार खीशने वाले वहाँ पर कौन है
04:12पाकिस्तान का ये गुनाह पूरी मानवता पर हमला था
04:2218 देशों के लोगो इस हमले में मारे गए था
04:2521 मुंबई हमले में 6 अमेरिकी नागरिक भी मारे गए थे
04:33तब वो राना इन अमेरिकी नागरिकों की हत्या का भी दोशी है
04:38यही नहीं राना को डेनमार्क में हमला करने की साज़िश का भी दोशी पाया गया है
04:44और इसके लिए अमेरिका की अधालत में उसे 14 साल की सजा सुनाई जा चुकी है
04:50छे अमेरिकी निर्दोश नागरिकों को भी अपनी जान गवानी पड़ी
04:54तो पाकिस्तान को भी इसका हिसाब देना पड़ेगा
04:57राणा को भारत ना जाना पड़े
04:59इसके लिए कंगाली पर रोने वाले पाकिस्तान ने करोड़ो रुपई पानी की तरह बहाई
05:03हमने जो प्रमान यूएस कोर्स में पेश किये
05:09उनको यूएस कोर्स ने एक्सेप्ट किया
05:11एक्सेप्ट करने के बाद में हर तरह की हर्डल होने के बावजूद भी
05:15ISI ने कहते हैं मिलियन्स ओडॉलर्स खर्च कर दिये ताकि इसको किसी तरह से हिंदोस्तान ना भेजा जाए
05:19वो सब को मात करके हम उसको फैनली भारत में ला रहे हैं
05:23पाकिस्तान ने पैसे बहाए क्योंकि वो जानता था कि अगर तहवराना भारत के कबजे में आया
05:28तो पड़ोसी मुल्क की आतं की चालो का परदा फाश हो जाएगा
05:31तहवराना का अमेर्का से उड़ा विमान जब भारत की तरफ बढ़ रहा था
05:35उसी वक्त पाकिस्तान की विदेश मंत्राले की प्रतिक्रिया सामने आने लगी
05:39जब वो तहवराना के पाकिस्तानी करेक्शन को ही खारिश करने में लगा था
05:44पाकिस्तान तो बहुत भुखला गया है उसके फॉरण फिर भी साँ खेडम सही कहे रहे है हमको से कोई लेना देना नहीं है
06:11वो तो Canadian citizen है और 20 साल से उसके कोई documents को हमने renew नहीं किया
06:16ऐसे में साफ़ तर पर नज़र आता है कि पाकिस्तान को नज़र आ रहा है
06:19कि बुरी तरह से फस जाएगा और उस exposure से पाकिस्तान दुबारा FATF में जा सकता है
06:25IMF से उसको जो loan मिल रहा है और World Bank से loan मिल रहा है
06:28उसमें रुकावट आ सकती है और America की तरह से बहुत बड़ी sanction लग सकती है
06:32क्योंकि 6 American नाग्रिक्स भी मरे गए थे
06:35पाकिस्तान से तहवर का नाता कागजों का मोहताज नहीं है
06:40राणा पाकिस्तानी सेना में 10 साल डॉक्टर रहा था
06:43लेकिन कैनेदा की उसने नाग्रिक्ता दी
06:45NIA सबसे पहले यही जानना चाहेगी
06:48कि क्या कैनेदा जाकर बसना और ISI और लश्कर जैसे आतंक की संगचन के लिए काम करना
06:53पाकिस्तान सरकार की एक सोची समझी साजिश थी
06:56साजिश ये कि तहवर को एक स्लिपिंग एजन्ट की तरह इस्तमाल किया चाहे
07:00ऐसा करने से तहवर और हेड़ी दोनों की भारत की जाच एजन्सियों के रडार से बहर रह सकते
07:05लेकिन पहले अमेरिका जाच एजन्सी और फिर अनाईये ने पाकिस्तान की मुंबई हमने को अन्जाम देने की साजिश बेनकाब करते
07:12दरसल तहवर राना के गुनाहों का एक बड़ा चेप्टर अमेरिका से जुड़ा है
07:17पाकिस्तानी मूल के तहवर राना ने कनाडा की नागरिकता तो ली लेकिन उसकी आतंकी साजिशों का सेंटर अमेरिका रहा राना अमेरिका में एक इमिग्रेशन कंसल्टंसी फर्म चला रहा था
07:32मुंबई पर हमने की प्लैनिंग के लिए शिकागो को बेस बनाया था
07:39शिकागो में उसका घर पॉश इलाके में था
07:42शिकागो में ही उसने मीट और बेकरी की दुकान भी खोली थी
07:45साल 1997 में तहबूर राणा की नागरिकता भी मिल गई
07:58तहबूर ने कनाडा में इमिग्रेशन सर्विसिज और ट्रेवल एजनसी का काम शुरू किया
08:03बाद में तहबूर ने अमेरिका में भी First World Immigration Services नाम से
08:09Immigration Consultancy Firm खोल ली
08:15राणा की तार अमेरिका से शुरू हुए तो साजिश का मकसद हिंदुस्तान में खत्म हुआ
08:21उस वक्त राणा हिंदुस्तान के कई शहरों में आकर खोम चुका था
08:25मुंबई के तार देव में उसने वीजा कारोबार के लिए दफ्तर खोल रखा था
08:28बकाइदा भर्तियों के लिए अख़बार में विग्यापन देता था
08:31और अमेरिका में रहते हुए फर्जी काज़ातों के जर्वे हैडली को उसी ने हिंदुस्तान भेजा
08:36N.I.N.A. मुंबई हमले के केस की चारशिट में हैडली के बाद दूसरे नमबर पर तहबूर राणा को अरूपी बनाया था
08:44पाकिस्तानी मूल का केनदाई नागरिक तहबूर राणा और डेविट कोलमेन हैडली स्कूल के दोस्त थी
08:53हैडली ने ही मुंबई में हमले के लिए ताज होज़ और कुलाबा के चबाड हाउस की टारगेट के तौर पर रैकी की थी
08:59हैडली के बनाये मैप के आधार पर ही पाकिस्तानी कोपिया एजन्टी आईएस आई ने अजमल कसाब और बाकी आसनक बादियों को हमने के लिए तयार किया था
09:06जांच में ये भी पता चला कि एक बार अमेरिका में हैडली हेरोइन ड्रग्स के साथ पकड़ा गया था
09:13तो तहवूर राणा ने उसे जमानत पर छुड़वाया था
09:17जमानत के पैसे के लिए राणा ने अपना घर तक गिर भी रख दिया
09:21इसके बाद दोनों की दोस्ती आगे भी कायम रही
09:25और मुंबई हमले की प्लानिंग में दोनों के बीच अच्छी ट्यूनिंग बनी रही
09:31दोनों के बीच ट्यूनिंग कैसे थी इसकी गवा है 2008 के हमले के बाद
09:36हेडली और राणा के बीच हुई बाच्छित की वो ट्रांस स्क्रिप्ट जो सबूत के तोर पर NIA ने पेश की थी
09:42राणा और हेडली हमले के बाद पूरी तरह रिलेक्स थी
09:46वो हमला जिसमें 116 लोगों की मौत हो गई थी
09:49पूरा हिंदुस्तान हिल गया था, अमेरिका और इस्राइल तक काप उठे थे
09:52लेकिन ये दोनों फोन पर आराम से बात करते हुए कह रहे थे
09:55कि अभी हमें और भी हमले करने के लेकिन 2009 में जब हेडली और राणा दोनों गिरफतार हो गए
10:01तो दोनों की दोस्ती में दरार पड़ गए
10:033 अक्तूबर 2009 को जब डेविड कोलमेन हेडली अमेरिका से पाकिस्तान जा रहा था
10:09तो FBI ने उसे हवाई एड़े पर गिरफतार कर लिया
10:13उस वक्त तव वोर राना भी हेडली के साथ था और वो भी FBI की गिरफत में आ गया
10:31चालाग धोके बास है जिसने प्राडा को बेवकूफ बनाया
10:35शिकाबो में चार हफते तक चले मुकदमे के दोरान तहबूर राना के आतंकी कनेक्शन्स को लेकर कई बड़े खुला से हुए
10:43राना को बेनकाव करने में सबसे बड़ा रोल उसके दोस्त डेविड कोलमेन हेडली का रहा
10:50हेडली सरकारी गवा बन गया था यानी दोस्त ही दगा दे गया
10:55गवाही में हेडली ने बताया कि 2006 में वो तहबूर राना से मिलने के लिए शिकागो गया था
11:02और मुंबई हमले की प्लानिंग के बारे में उसको बताया था