China और America के बीच जारी Trade War के कारण Yuan ने अपने पिछले 17 वर्षों का सबसे निचला स्तर छू लिया है। On-Shore Yuan अब 7.3498 प्रति डॉलर पर बंद हुआ, जबकि भारतीय रुपया भी कमजोर होकर 86.65 प्रति डॉलर पर पहुंच गया है। इस गिरावट का असर वैश्विक बाजार पर भी साफ दिख रहा है। चीन के टॉप अधिकारियों ने अर्थव्यवस्था को संभालने के लिए बड़े कदम उठाए हैं, लेकिन Central Bank Yuan की और गिरावट रोकने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। यह गिरावट न केवल चीन बल्कि भारत और ग्लोबल मार्केट के लिए भी बड़े संकट का संकेत दे सकती है। अधिक जानकारी के लिए वीडियो को पूरा देखें।
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00:00दुनिया की दो सबसे बड़ी एकॉनिमी के बीच चल रहे ट्रेड वार के कारण ही यूआन करंसी में इतनी बड़ी गिरावट देखने को मिली है जो की रुपे के मुकाबले काफी जादा है।
00:10रॉइटर्स की रिपोर्ट के अनुसार चाइना का यूआन 9 अप्रेल 2025 को 17 वर्षों में अपने सबसे लोवर लेवल पर बंद हुआ जबकि यूआन बराबर में दूसरी ऑन्शोर करंसी रातो रात रिकॉर्ड लोवर लेवल पर देखने को मिली।
00:24उन्शोर यूआन ने घरेलू कारुबार में लगभग 7.34 प्रती डॉलर पर बंद हुआ जो दिसंबर 2007 के बाद सबसे लोवर लेवल क्लोजिंग रही उसकी।
00:35इसके जवाब में चाइना के टॉप अधिकारियों ने कहा कि वो एकॉनमी को मजबूत करने और कापिटल माकिट को शांत करने की तयारियों में जुटे हैं।
00:43चारिफ संबंदी दबाव के बावजू चाइना का सेंट्रिल बैंक युवान को तेजी से गिरने की और इजाज़त नहीं देना चाहता है।
00:50यही कारण है कि में सरकारी बैंकों को अमेरिकी डॉलर की खरीद कम करने का निर्देश दिया है।
00:56वही अगर रुपे और डॉलर की बात करें तो पिछले पांच दिनों में रुपे में डॉलर के मुकाबले 131 पैसे की गिरावर देखने को मिली है।
01:05मौजूद है समय में रुपे लगभग 86.65 के लेवल पर आ चुका है जब कि पिछले महीने आकरी कारोबारी दिन रुपे का लगभग 85.5 के लेवल पर बंद हुआ था।
01:17आपका इस ओन गोइंग टारिफ वार पर क्या कहना है हमें नीचे कॉमन सेक्शन में लिखके जरूर बताएं।