जातिगत जनगणना को लेकर सरकार और विपक्ष के बीच तनाव बना हुआ है। विपक्ष का आरोप है कि मोदी सरकार जनगणना कराने में विफल रही है। कांग्रेस नेता ने कहा कि जनगणना समाज की डायग्नोसिस है और इसके बिना 2047 तक देश का विकास संभव नहीं। उन्होंने आरएसएस और बीजेपी पर जातिगत जनगणना का विरोध करने का आरोप लगाया। सरकार समर्थक ने इसे राजनीतिक मुद्दा बताया।जातिगत जनगणना को लेकर सरकार और विपक्ष के बीच तनाव बना हुआ है। विपक्ष का आरोप है कि मोदी सरकार जनगणना कराने में विफल रही है। कांग्रेस नेता ने कहा कि जनगणना समाज की डायग्नोसिस है और इसके बिना 2047 तक देश का विकास संभव नहीं। उन्होंने आरएसएस और बीजेपी पर जातिगत जनगणना का विरोध करने का आरोप लगाया। सरकार समर्थक ने इसे राजनीतिक मुद्दा बताया।जातिगत जनगणना को लेकर सरकार और विपक्ष के बीच तनाव बना हुआ है। विपक्ष का आरोप है कि मोदी सरकार जनगणना कराने में विफल रही है। कांग्रेस नेता ने कहा कि जनगणना समाज की डायग्नोसिस है और इसके बिना 2047 तक देश का विकास संभव नहीं। उन्होंने आरएसएस और बीजेपी पर जातिगत जनगणना का विरोध करने का आरोप लगाया। सरकार समर्थक ने इसे राजनीतिक मुद्दा बताया।
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00:00औरियंट बेल्ट टाल्ज स्टूडियो से आप देख रहे हैं एबी बी नियूज
00:19नमस्कार मैं हूँ संदीब चौधरी आज सीधा सवाल में
00:24मैं एक और राजनेत घमसान की बात करने वाला हूँ
00:27एक और साथवें आटवें बार मुझे ये कहने पर मजबूर होना पढ़ रहा है
00:33कि देश में इस वक्त हिंदु मुसल्मान पर गमसान तो जारी है ही
00:38वो रुकने का नाम नहीं ले रहा
00:40नाही हम पत्रकार हम चानल वाले अखबार वाले इसका पीछा छोड़ने को तयार है
00:46कोई छुटवाईया भी हो छोटी सी बात भी हो जाए है
00:50उसको तिलका ताड बनाकर आग लगाते हुए विज्वल्स के साथ
00:54हम चर्चा शुरू कर देते हैं
00:57लेकिन अब इस घमसान में एक और अध्याय जुड़ गया है
01:00अलाइदा है पर एक और घमसान की बानगी दिखाई दे रही है
01:05और वो घमसान है जाती पर जातिगत जनगन्ना का जिक्र किया
01:11आज 86 माँ जो अधिवेशन हुआ कॉंग्रेस का
01:16गुजरात में साबर मती रिवर फ्रंट पर तमाम बड़े नेता
01:22कॉंग्रेस के बैठे विमर्श किया और उन्हें संबोधित करते हुए
01:28राहुल गांधी ने जातिकत जनगन्ना का मुद्दा एक बार फिर
01:33मुखेदारा में लाने की कोशिश कर दी रख दिया
01:36की बीजे पी प्रदान मंतरी मोदी और आरसेस
01:41वो चाते ही नहीं जातिकत जनगन्ना हो
01:43की देश को पता लगे कितने दलित हैं
01:48ये तो पता लगता है लेकिन कितने पिछड़े हैं
01:51पिछड़ों में कौन कितनी हिस्सेदारी कितनी भागीदारी रखता है
01:56सरकार ये बताने को तैयार नहीं
02:00ताल ठोकी राहुल गांधी ने हम करवा रहे हैं तेलंगाना का जिक्र किया
02:04पचास फीजदी आरक्षन की सीमा हम तोड़ देंगे
02:07ये दम भरा राहुल गांधी ने
02:11अब ये काट है क्या
02:14ये मंडल का मंडल 2.2 21 सदी का
02:20नए रूप में अवतरित हो रहा है क्या
02:23बीजे पी हिंदुत का कार्ड छोड़ने को तैयार नहीं
02:28यानि की कमंडल को
02:29अब मंडल की राह ही बची है क्या
02:34इसलिए राहुल गांधी जाती गद्जन गन्ना की बात कर रहे हैं
02:37और इसमें उन्होंने आरक्षन को जोड़ दिया
02:40हिस्सेदारी की बात की
02:41असी बीस की लड़ाई पेश करती आ रही है बीजे पी
02:45कई महीनों से
02:46असी फीजदी यानि की
02:48हिंदू बहु संख्यक
02:51बीस फीजदी अखलियत की इनकी जरुरत ही नहीं
02:54असी बीस में हमारा
02:55काम हो जाएगा बल्ले बल्ले हो जाएगी
02:58राहुल गांदी ने नबे दस का
03:00फार्मूला सामने रख दिया है क्या
03:02कि दस फीजदी लोग सारे संसादनों
03:04पर कबज़ा किये बैठे हैं
03:06जबकि देश में नबे फीजदी
03:08दलत हैं पिछड़े हैं अती पिछड़े हैं
03:11अनुसूचित जंग जाती हैं
03:13उनकी कोई आवाज नहीं सुनता
03:16ऐसा है क्या
03:17आपकी राय क्या है
03:19आपके सुझाव क्या है और आपके सवाल
03:21सीधा सवाल के एहम हिस्सा बन चुके हैं
03:24उनका रहेगा इंतजार
03:25तो देश में हमारी राजनीती में एक और घमासान की बानगी आहट सुनाई दे रही है
03:31और वो आहट है वो पिछले साल भी सुनाई दी थी
03:34जातिगत जनगनना की
03:36अभी करोना काल के चलते हैं 2021 में जो जनगनना होनी थी
03:40वो तो नहीं हो पाई
03:42चुनाव का इंतजार था चुनाव भी हो गए चार जून को पिछले साल नतीजे भी आ गए
03:47लेकिन अभी तक भी जनगनना शुरू करने की कोई गूंज कोई आहट नहीं सुनाई दे रही
03:55और 86 महादिवेशन चल रहा था आज कांग्रेस का गुजरात में
04:02तो राहूल गांदी ने हुंकार भरी की हम जातिगत जनगनना कराएंगे देश को हक है ये जानने का कि कितने पिछड़े हैं
04:13पिछडों में किसकी कितनी भागेदारी हैं और उसी पर ते होता है कि कितनी हिस्सेदारी मिले
04:19कल भी राहुल गांदी ने ये बात कही थी
04:24कि हम तो दलत, मुसल्मान, ब्राहमन में ही फसे रह गए
04:28और पिछलों ने हमारा साथ छोड़ दिया
04:31हम पिछल गए राजनीती की इस लड़ाई में
04:34तो उसे ही फिर से मुक्यधारा में लाने की कोशिश है क्या
04:39राहुल गांदी की
04:40उन्होंने दावा किया कि बी जे पी, प्रधान मंतरी मुदी और आरसस वो चाहते ही नहीं
04:48जातिकत जन्गनना हो
04:502018 में जब ग्रीह मंतरी राजनाथ सिंग हुआ करते थे उन्होंने बाकाइदा ये कहा
04:58कि आने वाला जो सेंसस होगा यानि कि 2021 में तब तक ये अंदाजा किसी को भी नहीं था
05:04कि करोना काल भी शुरू हो जाएगा
05:06कि हम जातिकत जन्गनना कराएंगे
05:09लेकिन बाद में सरकार पलट गई
05:11कि सामाजिक सत्भावना विद्वेश बढ़ सकता है
05:17सत्भावना खत्म हो सकती है
05:19पर बिहार में की गई
05:25वो जातीकत जन्गनना न कहिए
05:27सही शब्द उसके लिए जाती है सर्वे होगा
05:30उस सर्वे में ये भी पता लगा
05:32कि पिछडा वर्ग जो है वो 27.12 फीजदी है
05:37और पिछडा अत्यंत पिछडा वो 36 फीजदी है
05:41यानि की पिछडा वर्ग 63 फीजदी है भी आर में
05:45ये सहुए कराया गया जब नितीश कुमार
05:49जो अब सबसे एहम घटक है
05:51बीजे पी के
05:53और तेजस्वी आदव की मिली जुली सरकार थी
05:57अनुसूचे जाती 19.65 फीजदी है
06:02अनुसूचे जन जाती सिर्फ 1.68 फीजदी
06:05और सवन 15.52 फीजदी
06:08यानि की साड़े 84 फीजदी
06:10तो पिछडा वर्ग है
06:11या दलत और अनुसूचे जन जाती का वर्ग है
06:14और 65 फीजदी आरक्षन भी किया गया
06:18लेकिन वो हाई कोट ने रोक दिया
06:20और उसके बाद सरकार भी बदल गई
06:22और अब बीज़े पी साती है
06:24वो ठंडे बस्ते में डल गया
06:26राहुल गांधी ताल चोक रहे हैं
06:28तिलंगाना में हमने पिछडे वर्ग को
06:3042 फीजदी आरक्षन दे दिया है
06:32कुल मिलाकर वहाँ पर
06:34तिरसक फीजदी आरक्षन है
06:35अब जब राहुल गांधी ने पिछला कार्ड खेला
06:43तो बीजे पी भी थोड़ी तिल मिलाई
06:44उनके वरिश नेता है
06:47रवी शंकर प्रसाद
06:49वो कहते हैं कि अब देश ने
06:51राहुल गांधी को गंभीरता से लेना
06:53बंद कर दिया है
06:53पर राहुल गांधी जो बोले उस पर
06:55बोलने के लिए आ भी गए पलटवार करने के लिए
06:57और पूछ लिया सवाल कॉंग्रेस से
07:01कि बताईए आपके कितने OBC के
07:03बड़े नीता है या कितने मुख्यमंत्री है
07:05तो पहले ये वार पलट वार पर
07:07एक नज़र डाले
07:08तेलंगाना में
07:1090% अबादी
07:12OBC
07:15अतिपिछडा
07:17दलेत
07:19अतिदलेत
07:19माइनोरिटी
07:21आदिवासी
07:2390%
07:25की भागीदारी तेलंगाना के
07:28कॉर्परेट सेक्टर में है ही नहीं
07:30राहूल गानदी आप OBC की बात करते हैं
07:33तो पले ये बताए कि
07:35कॉंग्रेस पार्टी के
07:38सबसे उच्च के
07:39डिसिशन मेकिंग में
07:40OBC को जगह है क्या
07:42कि वहाँ पर बस आपकी माता जी
07:45आप और आपके बेहन जी ये तीन है ना
07:47कोई OBC है क्या
07:49इस देश ने राहूल गानदी को
07:50गंभिटास लेना बंद कर दिया है
07:52तो 90 के दशक में जैसे
07:56मंडल वनाम का मंडल की राजनीती चली थी
07:58वो प्रतीस परदा वो मकाबला हुआ था
08:00वो फिर से शुरू करने की फिराक में
08:02यहां पर दिखाई दे रहे हैं
08:03क्या हिंदो मुसल्मान करते हैं
08:05इंदोत्व कार्ड कहलती है
08:06बीजे पी तो राहूल गानदी कहे रहे हैं
08:08कि हम जाती का भी सहारा लेंगे
08:11यह सहारा ही लिया जा रहा है
08:12या कड़वी हकीकत भी बया की जा रही है
08:15यह एक और एहम पहलू है
08:16क्योंकि राहूल गानदी यहां पर कह रहे हैं
08:19कि देखिए यह 80-20 करती रहे
08:21बीजे पी लड़ाई तो 90-10 की है
08:2310-20 दी लोगों ने देश के पूरे संसादनों पर कबज़ा कर लिया है
08:28और उनमें से टॉप 1%
08:30दरसल उनीके हिसाब से सरकार चल रही है
08:33या आरोप लगा रही है
08:34राहूल गानदी
08:35अब इसमें कुछ आंकड़े है
08:402022-23 का आंकड़ा आपके सामने पेश कर रहा हूँ
08:46देश में जो एक फीजदी
08:49सबसे उच तबका है
08:52सबसे अमीर
08:54सिर्फ एक फीजदी
08:55उनके पास देश की 40.1 एक फीजदी संपत्ती है
09:01एक फीजदी के पास
09:04और ये दुनिया भर के देशों में
09:10भारत में या समानता सबसे ज़्यादा हावी दिखाई देती है
09:16जो बाटम 50% हैं
09:1950 फीजदी
09:20नीचे वाला जो तबका है
09:21उनके पास देश की कुल संपत्ती का सिर्फ 15 फीजदी हिस्सा है
09:25एक फीजदी के पास 40 फीजदी
09:2850 फीजदी लोगों के पास
09:29सिर्फ 15 फीजदी हिस्सेदारी है संपत्ती की
09:33अब इसी में कुछ और आख़ा भी आपको बता दू
09:38साल 2025 में 10 फीजदी जो तॉप 10 पिसेंट हैं
09:46उनके पास देश की संपत्ती का 57.7 फीजदी हिस्सा है
09:5157.7 फीजदी
09:54यह 1990 में सिर्फ 34 फीजदी था
09:58यानि की देश में अमीर और अमीर लगतार होता जा रहा है
10:03और गरीब और गरीब लगतार होता जा रहा है
10:08हिस्सेदारी है ही नहीं
10:10और इसी को चिन्नित अंडरलाइन करते दिखाई दे रहे हैं क्या राहुल गांधी
10:16और यही बात वो तिलंगाना के का जिक्र करते हुए सामने पेश कर रहे हैं
10:23क्या कि वहां पर टॉप 10 पसेंटी सब कुछ
10:25कब्जे में लिए बैठा हुआ है
10:28बाकियों के पास तो कुछ है ही नही
10:32सवान देश में 27.12 फीजदी है
10:36लेकिन उनके पास संपत्ती का हिस्सा
10:39तिरपन दशमलव 7 फीजदी है
10:42तिरपन दशमलव 7 फीजदी और यहां पर सिर्फ राहुल गांधी की बात नहीं है
10:47दत्तत्रे होसबाले
10:49सरकार्रवा
10:52सरसंचालक के बाद दूसरे सबसे एहम
10:57राश्रिय सवयम सिवक संग में पदादिकारी
11:00वो एक बार नहीं दरजनों बार बोले हैं
11:04कि देश में 20 फीजदी आबादी
11:06वो तो गरीबी रेखा के नीचे है
11:0923 फीजदी लोग 375 रुपए
11:11जो मिनिमम वेजिज़ है
11:14वो नहीं कमा पाते
11:16तो इनकी गिनती क्यों नहीं होती है भाई
11:22इनको इससेदारी क्या नहीं मिलनी चाहिए
11:27और ये लड़ाई
11:29क्या शुरू होती दिखाई दे रही है
11:31इसी पर आज हम चर्चा करने वाले हैं
11:34ऐसे में आज का सीधा सवाल
11:38जारी है हिंदु मुसल्मान
11:40ये तो कड़वी हकीकत है
11:42जाती पर भी शुरू घमासान
11:45करेला और नीम चड़ा
11:48यही बातों पर हम लड़ते रहेंगे क्या
11:50और असी बीस की लड़ाई
11:53अब नबे दस पर आई
11:55यानि की कमंडल मनाम
11:59मंडल की लड़ाई फिर शुरू हो गई है
12:02चर्चा में मेरे साथ
12:04बीजेपी की तरफ से
12:05आरसस के विचारक भी है
12:07प्रोफेसर सौरब मालवी है
12:09एक वाजपई एहम गटक हैं अन्डिये के
12:14एल जेपी राम विलास पासवान गुट के
12:16नैशनल वाइस प्रेजिडेंट और मुख्य प्रवक्ता
12:18एक वाजपई हैं मेरे साथ
12:21कॉंग्रेस की तरफ से
12:23उनके वरिश नेता
12:25उदित राज मेरे साथ जुडेंगे
12:28राश्रिय प्रवक्ता कॉंग्रेस की
12:30सुजाता पॉल जुड़ चुकी हैं चर्चा में
12:33मनोज सिंग काका
12:36राश्रिय प्रवक्ता हैं
12:39समाजवादी पार्टी के
12:40वो इस चर्चा में जुड़ चुके हैं
12:43अब है दूबे जाने माने राजने तक विशलेशक हैं
12:47एक बेहदी खास मेहमान
12:49डॉक्टर संजे निशाद
12:51मंत्री हैं
12:54उत्तर प्रदेश सरकार में
12:55और एहम गटक भी है
12:57अब संजे निशाद
13:00यहां पर राहूल गांदी दावा कर रहे हैं
13:02कि चाहे प्रदान मंत्री मोदी हो चाहे
13:04बीजे पी हो या रसेस
13:05वो जातिकत जनगनना कराना ही नहीं चाहते
13:08और वो कराएंगे
13:10पचास फ्रीजदी आरक्षन की
13:12यह लक्षमन रेखा भी तोड़ देंगे
13:15क्यों नहीं करा रही
13:17सरकार जातिकत जनगनना पता तो होना चाहिए
13:19ना पिछडे कौन है
13:20किस कितनी तादाद है उनकी
13:22उनकी कितनी हिस्सेदारी है
13:24और कितनी भागिदारी है
13:26यह तेह करने के लिए उनका आखड़ा तो पता होना चाहिए
13:29देखिये
13:46मैं तो चौदरी साब आपको
13:48धन्नबाद देता हूँ कि
13:50कम से कम पिछडे सोसित
13:52बंचितों की आवाज बनकर
13:53यह जो यहाँ एबीपी न्यूज आई है
13:56और आप उसको कम से कम
13:58जब भी और सरवता उठाते हैं
14:00लेकिन जब सेकेंड इंडिया
14:02231 में पड़ी
14:03और तो जातिकत जन्गणना उने
14:0531 में हुई थी
14:06उसे बंद किसने किया
14:08उने 31 में
14:1031 में जो जाति जड़ना हुई
14:12वे क्यावन में गड़ना हो नहीं पाई
14:1461 में सूची बन गई
14:16बंद किसने किया
14:18जो देश को आजात कराने वाली जातियां थी
14:21जो क्रिमिनल ट्राइब सेट से प्रभावित था जातियां
14:23उजड़ी हुई हैं
14:25पार्ट के जातियां
14:28जिन्होंने अंग्रेजों को डूबोडोबा किमारा है
14:30देश को आजात कराया है
14:32आज की दिन में संविदान बनवाया है
14:34ऐसी जातियों को हासीए परक दिया
14:37उन्हें सेक्षन में 70 लाग थे
14:39इन्हें ओबीसी घोषित कर दिया
14:41उत्तर परदेस में लिख दिया
14:42कि एक अलगा धिनियम बना दिया
14:45और कह दिया केवट मला
14:46और कश्यव कहान
14:47दूस्त अब आज़ कल सब हिस्टरी के प्रोफेसर बन गए हैं
14:51आप भी हिस्टरी के प्रोफेसर
14:52की भूमिका में आते दिखाई दे रहे हैं
14:54सब अतीत का ग्यान बाटते हैं
14:57आप करें एबी पी नियूज
14:59या सीधा सवाल ये सवाल हमेशा उठाता है
15:01पिछलों के बारे में
15:02आप सवाल उठा लीजिए ना सरकार से
15:05बीजेपी वालों से पूछिए
15:07बाई जातीकर जनगना क्यो नहीं करा रहे
15:092011 में हुई थी
15:11एक सोशल एकनाम में कास सेंसस हुआ था
15:13और तब
15:14उपनेता लोकसभा में
15:17प्रतिपच
15:18गोपिनात मुंडे थे उन्होंने कहा
15:20ये जातीकर जनगना नहीं कराओगे
15:22तो पिछलों के साथ नाइनसाफी करोगे
15:252018 में राजनाथ सिंग बोले हम कराओगे
15:27उनसे क्यों नहीं पूछते डॉक्टर साब
15:29करानी तो सरकार को है ना
15:33मैं तो पूछने के लिए
15:35मैं तो पूछने के लिए
15:38बहुत पत्र लिखा जब नहीं माने तो
15:40रेल पर आया था
15:41रेल आंदुलन किया था
15:42कि साथ भाई वो नई स्वेक्सट में
15:45जनगणना जो ही थी वो सेंक्सस
15:47मैंवन नाइंटी सिक्टीवन ये भारत
15:49सरकार ने जारी किया है इसके
15:51अनुसार अनुसुचित जातकी सूचिवत जातियों को
15:542011 के आकड़े तो सरकार के पास है
15:57आपने सामाजिक और आर्थिक जो सर्वे सबीक्सटाइब
16:15सबस्टी करे कि लेदर मेन वासर मेंald को
16:21� exactly यह आएंगे विहार में जन्रक्टाना हुई यह
16:24देखो यादो इकटे हो गए, कुर्मी इकटे हो गए, बाकी निशाद को दस्मलों दस्मलों में गिन दिया, सैंटी जातियों में गिन दिया, मैं कहता हूँ पहले बिसंगती दूर हो जा, तो कौन करेगा, ये तो सरकार की जिम्मेदारी है ना, राहुल गांधी, तो ये कह, �
16:54पठकाना, पठकनी दी, दस साल से सत्ता के बाहर है, पांत साल और सत्ता के बाहर है, देखे, मैं कहा रहा हूँ आज के दिन में, अंथा समयनंगार कमेटी क्रिमिनल ट्राइफ सेक्ट, नहीं सौन चाथ पचाथ, ये 74 परकार की बहुस था, अगर 578 जातियों को था, तो ये
17:24हैं, निशाद कितने हैं, तभी तो उनकी हिस्सेदारी भी तैह होगी कि उनको कितना मिलना चाहिए, इस देश में हर तरह के डेटा हो जाते हैं, कई लोग इस बात पर बुरा मानते हैं कि अरे भाई, पिछडों की तुलना, आप पक्षियों से क्यों कर देंगे, शेरों की,
17:54कर दिया, कैसे अपमान, पता तो होना चाहिए कौन कितने हैं, की नहीं?
18:24आप आप उठा कर देखिये वह नहीं 131 की जनगणना और अभी बिहार में जो जनगणना हुई है उसमें देखो परसेंटेज की साफ से कितना अंतर है हम कहते हैं
18:351931 की जनगणना कोई आधार बनाया अगर मैं गलत जानकारी दे रहा हूँ तो करेक्ट मी ऑल्सो लॉक्टर साहब
18:451931 की जनगणना में जो पिछडी जाती थी 52 फीजदी आकलन किया गया और इसी को आधार माना था मंदल आयोग ने भी उसने पिछडों को 52 फीजदी बताया
19:05गरीब और गरीब पिछड़ा और पिछड़ा हो रहा है लेकिं इसका निवारन करने के लिए जाती के जनगणना तो करनी पड़ेगी ना
19:12इसके पक्स में मैं हूँ, मैं आज भी हूँ, कल भी रहूंगा परसों भी रहूंगा लेकिन ओन नईindis
19:201970 में हमें तो अनुशित जात में गीना गया था, अनुशित जन जाती में कुछ जगह गीना गया था
19:27नमस्कार बूल सुदार करने के लिए मतलब आप तयार है ना सरकार से आप गोहार भी लगाएंगे आपका बहुत बहुत शुक्रिया आप जुड़े सुजाता पॉल पर धर्म की काट ढूंड निकाली राहुल गांदी ने हिंदू मुसल्मान में फसे तो जाती के घमसान की ओ
19:57की आत्मा को समझते हैं और जैसा कि उन्होंने कहा कि सत्य और प्रेम से इस देश में रा जा सकता है लोगों का भी हमें मिला है और तभी जब हमनेे इस मुद्दे को उठाया और इस मुद्दे को उठाने का कारण भी है
20:13मुद्दे को उठाने पर लोगों ने नॉन बायोलोजिकल को आपको पता है 400 पार करने के बजाए बायोलोजिकल बना दिया
20:21तो सचा यह है कि जो तैलंगाना में हुआ है वो वहां की असली स्थिती को देखते हुए बैज्ञानिक तरीके से सही प्रक्रिया का इस्तमाल करते हुए किया गया है और 23% से अब 42% आरक्षित होंगे शिक्षा में, नौक्रियों में, राजनीती में और सरकारी नौक्रियों म
20:51मिलेगा, उपर्चिनिटी मिलेगी, तभी तो देश आगे बढ़ पाएगा, क्योंकि किसी भी सुख्षा में करे जाएगे, आप कह रही है कि हम ये बता रहे हैं, देश को ये पता लग रहा है, क्या यहां पर ये भी नहीं बताया जा रहा है, या कॉंग्रस ने बताया, उन
21:21अच्छा सवाल, दोनों सवालों के जवाब देती हूँ, 1931 में जो समाजिक और आथिक जो दृष्टी कौन से जातिगर्ण जनगर्णा करवाई गए थी, उसके बाद देश आजाद हुआ, और कितने साल हुए थे, तो अब अगर हम देखते हैं, तो एक बार एक सरे दुब
21:51कहनी शुरू करी, आज नहीं का, पहले से कह रहे हैं, तो जब 90 साल शुरू हो गए, तब हो गए पूरे, तब उन्होंने का कि एक बार और एक स्ट्रे करा लेते हैं, देख लेते हैं, कि हमारे देश में कितने हो,
22:022011 का क्यों नहीं है, आपने सारवजेनिक की रिपोर्ट, सोचो एक नामे कास सेंसस किया था ना, आपने करनातक के अंदर भी, करनातक में भी ये प्रक्रिया शुरू की थी, वो करनातक का भी कभी रिपोर्ट सारवजेनिक नहीं हो पाई,
22:15अच्छा, देखिए मैंने अभी शुरूआत में कहा, बहुत ही वेग्यानिक तोर पर तैलंगाना में करके, बड़ी मेहनत करके, उसके रिजल्ट आया है, लेकि,
22:26दो हजार ग्यारा में हमारी कुछ मजबूरिया थी, क्योंकि हम अकेले बहुमत से सरकार में नहीं थे और हमने इस बात को कहा भी है, तो आप बताईए ना सरकार को कौन रोक रहा है कि उसी के जो सर्वे के रिजल्ट से, जो मतलब रेजर्वेशन देने के लिए अगर उसको
22:562019 के चुनाब को देखते हुए का था, या देश को आगे ले जाने के लिए ये करना चाहिए, देश तभी आगे बढ़ेगा जब हर समुधाय को उनकी असलियत के हिसाब से उनकी हिस्सेदारी मिलेगी, तो इस्सेदारी आप दे रहे हैं कि अपनी पार्टी में ही, पहले वो
23:26देखिए इस वक्त हम कहां कहां पर सरकार में हैं, वो आप जानते हैं और कौन-कौन पिछले समाज से आते हैं, उनको भी आप जाते हैं, बुपेज बगेल है, आशो गैलो जी है, खरगे जी है, इससे जादा क्या बोलने की जरुरत है, उनको दिखाई नहीं देता क्योंकि
23:56नहीं देना चाते हैं, क्योंकि आप इसे हैं, क्योंकि आप बीजेपी के काट की काट नहीं ढूंड पा रहे हैं, वक्त सम्चोधन विदेयक पर बोले भी नहीं, राहूल गांदी, इसलिए जबकि वो नेता प्रतिपक्ष हैं, तो आपने कमंडल की काट मंडल में खोजी है
24:26जगा मिल रही है, और दूसरी तरह जब औरों को मौका मिला बोलने का, तो आपके रहे हैं, राहूल गांदी जी ने क्यों नहीं बोला, हमने सोच समझ कर उन लोगों से बुलवाया, जिनकी जरूरत इस वक्त भी आने वाले समय पर राहूल गांदी जी को आप सुनेंगे, �
24:56इसी संसद में उसमें सुझाता वही एक बड़ी देशी सी कावत है, कब नौमन तेल होगा, कब रादा ना चागी, कब आपकी सरकार आएगी और कब वो जातिकत जंगनना शुरू होगी, ये भी अपने आप में सवाल है, मिर साथ एक और बेहत खास महमान, राजसबा संसद
25:26माज में और जादा जो डिविजिन्स हैं उसको बढ़ाएंगे, आप तकरार की स्थिती पैदा करेंगे, संदीच जी, मैं आपकी डिवेट को शुरुआ आप से सुन रहा हूं, सबसे पहले जितने भी पैनलिस्ट हैं, मैं उन सब को प्रणाम, नमस्कार, मैं एक बात में कह
25:56सकते हैं, यह जो जातिगत जंगना का मसला है, यह एक ऐसा विचार है, जिसको देर सबे आपको अगरी करना होगा, मैं आपको से मेरा तालुक है, कि जो पुलिटिकल इस्टैबलिश्मेंट है, पुलिटिकल पार्टीज हैं, मैं एक बात आपके समख चुरू हूं, इसको सि
26:2638 के बाद क्यों नहीं हुआ, वो जो नहीं करवा पाए, वो इसका जबाब देंगे, लेकिन हमारा मानना है, कि अगर आज आपने यह नहीं किया, मैं बार-बार सदन में भी बोल चुका हूं, संविधान की धारा 32 और 49 सी, आई का समान वितरन और संपती का संकेंद्र, यह द
26:56सामाजी कार्थिक मैट्रिक्स के साथ, तो चौकाने वाले नतीजे आए, 94 से 95 लाग परिवार, बिलो पावटी लाएं है, उस वक्त नितिश जी हमारे साथ थे, साथ थे तो हमारे हर जो तेजस्वी जी ने कहा, कि चलिए प्रधान मंत्री जी के पास, जब उसके आधार पर
27:26कह रहा हूं, कि मनसा वाचा कर्मना में बीजे पी आरेसेस के लोगों को डिलीट बटन दबाना होगा, यही गोलवलकर साहब थे, जो उन्हों ने कहा था कि मंदिर प्रवेश पे, दलितों के मंदिर प्रवेश पे अगर अगरी जातियों में आक्रोश होता है, तो वो नैच
27:56का इशू रेज करते हैं, आप आदिया दूरी तस्वीर ही बताते हैं क्या, आपने एक सर्वे कराया, जातिगत सर्वे कराया बिहार में, अच्छा कि आपने कराया, उसमें आकड़े आ गए, बैए, साड़े चौरासी फीजदी, तो वो पिछड़े यती पिछड़े अनुस
28:26वो अठका हुआ है, वो मिल नहीं रहा, आप एक मुंगेरी लाल का असीन सपना दिखा रहे हैं क्या पिछड़ी जाती को
28:32संदीप जी, संदीप जी, हाइकोर्ट ने नहीं, हाइकोर्ट ने रोक लगाई, हम सुप्रीम कोर्ट मूव की, और केजस्वी जी ने औरी निरने लिया, कि रास्ट्वे जनता दल एक पिटिशनर के रूप में, सुप्रीम कोर्ट पहुँचेगा और हम पहुँचे, मैं आ�
29:02कि हमारी संस्थाओं का चरितर अभी भी दिमाक्राटिक नहीं है, और बहुचन धारा के लिए खुला हुआ नहीं है, मैं सिर्फ हाथ जोड के इतना कहूंगा, ये कॉंग्रेस, राजद, बीजेपी, लेफ्ट पार्टी इसका मसला नहीं है, ये समाज का मसला है, पृत्यू
29:32ये, जाही न पाए, लेकिन अगर वहां आप चुक्ती है, नहीं उसका तो बहुत सरल सा हाल या निकल सकता है, अभी जाती कर जन गनना छोड़िये, जन गनना ही शुरू नहीं हुई, दो अजार एक्किस वाला, जो काम होना था, वो चुनाव के बाद होगा जी, अब पता ह
30:02करना को ले करके, मैं आपको ये, इसलिए कि कह रहा हूं कि, मैं सिर्फ आपके टीवी डिबेट में नहीं बोल रहा हूं, कम से कम 20 जीरो आवर इंटर्वेंशन, 20 लेजिसलेटिव इंटर्वेंशन में, मैंने अपनी पाटी के और से खुद दाखिल किया है, संसत के अंदर,
30:32लेखी जाती से क्यों आ रहा है, जब तक समाज और राजनीत, उनके सरोकारों के पृती संवेदन शील नहीं होगी, तब तक रोड ब्लॉक किये जाते रहेंगे, पर यहां पर रवी सेंक्टर परसाद ये कह रहे हैं, वक्फ संचोधन विदेयक, अब कानून भी बन गया है
31:02जबरत नहीं पड़ी, क्योंकि एक अंग्रेजी में कहावत है, when you lack force in your argument, you resort to argument of force, ये बीजेपिक का प्रेरोगेटिव है, बल को तर्प की तरह इस्तेमाल करते हैं, बल जुटाना हो तो बीजेटी से भी बोरो कर ले, मैं सिर्फ इतना कहना चाहता हूँ, कि कई विदेयक ज
31:32को तो brute majority से आपने ये manage कर लिया, मुझे कोई बीजेपी का प्रवक्ता, सिर्फ 26, article 26 ABC के ताथ, इसका interpretation, समगर और सर्वांगिन कर दे, कि कैसे ये बिल समीदान भी रोधी नहीं है, मैं मान लूँगा, और अगर हाँ, मैं चाहता हूँ, करांतिकारी परिवरताना है, पर पि
32:02जल जला जब आता है ना, पसमांदा गर पसमांदा नहीं देखता, बटवारा इनके चडितर में है, ये बांट नहीं पाएंगे, देश एक जूट है, तो बांटने की बात अगर धर्म के आधार पर बाटा जा रहा है, तो क्या जाती के आधार पर भी बाटा जा रहा है, ब
32:32RSS को इसका दोशी माना जा रहा है कि RSS रोके बैठा है RSS करवाना नहीं चाह रहा
32:39तंदीब जी ये जो बयान है राहूल गांधी का और अभी जो मनोच जी कहके गए और मनोच ज़रा बुद्धी जी भी राजनेता की रूप में जाने जाते हैं
32:54लेकिन गोलवलकर जी का स्टेटमेंट उन्होंने कहा से रिफरेंस लिया ये उन पर संसे हो रहा है खेर वो जा चुके हैं इसलिए उनका जिक्र नहीं
33:02लेकिन संदीब जी ये बहुत असपस्ट है कि इस देश में जब भी विकास की नीत की बात की जाती है जब भी यूजनाओं की बात की जाती है जब भी देश को 1947 से लेके विक्सित भारत और 2047 के विजन रखा जाता है तो कुछ नो कुछ इनके पेट में दर्द होता है कु�
33:32आज देश के प्रधानमंत्री एक हजम नहीं कर पा रहे हैं सबसे कांग्रेस ने कहा कि महिलाओं के आरच्छड के लिए उनकी पार्टी में आरच्छड नहीं है मैं OBC की जातिकत की तो बात ही नहीं कर रहा हूं महिला प्रतिनिभी 30% की बात किये थे मनमौन सिंग सरकार में
34:02विश्व गुरू बन जाएंगे टाइम लाइन रखी जा रही है 2047 की क्या ये सही नहीं है 2022-23 का आकड़ा है जो देश के टॉप 1% लोग है एक फीजदी सबसे उपर का वर्ग उसके पास देश की 40% संपत्ती है 40.1 अगर exact amount दूँ देश की 50% नीचे वाली जो आबादी है �
34:3250% जो लोग हैं वो देश के 57.7 फीजदी संसादनों पर कब्जा जमाए बैठे हैं ये आकड़ा 1990 में 30 का होता था तो गरीब और गरीब हो रहा है अमीर और अमीर हो रहा है ये क्या चंता का सबब नहीं है सरमाल वी है ये बात तो दतातरे होसमाले भी बोल चुके हैं दरज
35:02रूप में काम करने के लिए संग गा हमारा मोटो ही यही है कि आम जनके सपनों को साकार करना आम जनकी जरूरत आवशक्ताओं को जब तक पूरा नहीं करेंगे तब तक हमें नीद नहीं आएगी हमें हम कैसी सपना चलाएंगे हम कैसे सरकार चलाएंगे जिसमें कोई दो उन
35:32अगर हम गाएं, बैल, बच्छडे, मोर, चीते, शेर, सबकी हमार पास जानकारी है, पिछले कौन कितना है, ये जानकारी क्यों नहीं होनी चाहिए?
35:42सबकी हिस्सेदारी क्यों कर रहे हैं, इसलिए सबी सरकार की यूजना होनी चाहिए ना, ये तो पता हो किसको कितनी हिस्सेदारी देंगे?
36:07सबकी हिस्सेदारी बराबर, सबकी साजेदारी बराबर, नमबर ही ना पता हो, तो किसे करेंगे?
36:17पर आखिर इस देश में ये और पता होनी चाहिए, उस समय आगे आई संदीप जी, इस देश को आप करना चाहिए, तो सरकार को अभी जंगनना शुरू नहीं हुई, जाती कर जंगनना भी जोड़ देना चाहिए ना उसमें?
36:32संदीप जी, हर चीज, एक कांग्रेस की सरकार नहीं है, तीन सो सप्तर गया, आप देखिए, वफ वोड का कानून भी जोड़ देखिए, तो मतलब आप कह रहे हैं कि हर चीज का वक्त होता है, वक्त आ गया है, जाती कर जंगनना का वो भी हो जाएगी, थोड़ा सा आज वक
37:02मालविये कह रहे हैं, हर चीज का एक वक्त होता है, तो इतनी जल्दबाजी में क्यों है, आगया है वक्त, और वक्त होते हैं, जंगनना भी हो जाएगी,
37:10रखे, कोबीट का बहाना लेकर के यह जंगनना नहीं करा पाए, दुनिया का कोई ऐसा देश नहीं है, यतना निकम्मा प्रसासन कोई नहीं होगा, जतना मोधी जी का है, कि ओ जंगनना तक नहीं करा पाए, इसी से आप लगा सकते है कि प्रसासनिक छमता कितनी है इस सरकार क
37:40इनसान का जिस तरह से एक्सरे होता है
37:43तो एक्सरे के बाद में डाइगनोसिस होता है
37:46उसी तरीके से जो नगरना समाज की डाइगनोसिस है
37:49और जब तक आकड़े निकल करके नहीं आए
37:51आपने बहुत सही सवाल पूछा था प्रवक्ता से
37:55कि भाई क्या दिक्कत है इसमें
37:58गरीब बरीब होता जा रहा है
37:59अमीर अमीर होता जा रहा है
38:01तो 2000 साहितालिक्स में जो आपने टार्गेट रखा है
38:05उससे तब तो बेड़ा गर्क हो जाएगा इस देश का
38:08वह इसी बेड़ा गर्क हो गया है
38:0927 करोड लोग गरीबी रेक साहिता उपर आये थे
38:14मनमोहन सिंग जी के सरकार के समय
38:16अब 80 करोड लोगों को 5 किलो रासन पर जिंदा कर रहे है
38:20तो अमीर अमीर होता जा रहा है गरीब बरीब
38:23अच्छा मैं ए आरसस से सवाल पूछना चाहता हूँ
38:26बीजेपी से की जाती जनगर्णा की खिलाब है क्यों
38:29अरे भाई देखिए जब हिस्सेदारी बढ़ेगी तो पर्चेजिंग पावर बढ़ेगी
38:33जब सब की पर्चेजिंग पावर बढ़ेगी तो स्कूटर है
38:37कार है कपड़ा है स्टील है सिमेंट है
38:41वास्तर है किसका विकेगा इस देश के बनिया का ही विकेगा बैस का ही विकेगा
38:47आपने तो जस्टिस पार्टी भी बनाई थी उदितराजी अरब पतियों की जो संपति है
38:5288.4 फीजदी वो उद जातियों के नियंतरण में है कितने अरब पति है
38:59दलित समाद से पिछडे समाद से अनुसूचे जन जाती से ये सवाल तो कोई उठाता ही नहीं है
39:06एक भी नहीं है एक भी रही एक भी नहीं है राहूल कांधी जीन उठाया इस बात का और जो आक्सपाहिम की रिपोर्ट की जो चर्चा आप कर रहा है
39:16मैं धन्यवाद करता हूँ कि आपने बड़े बाइलिट पॉइंट को उठाया है
39:19कि 85% आबादी के पास में के ओल 10 है या 11% बेल्ट है इस देश का
39:25और 15% के पास में लगबग 89% बेल्ट है
39:29ऐसे में RSS किस तरह का देश बनाना चाहता है
39:32नहीं पर ये तो कॉंगरेस भी तो भागिदार है ना इसमें जातीकर जन्गन्ना नहीं कराई ना
39:372011 का भी आखड़ा नहीं आया पर एक सवाल जो मैं आपसे पूछना चाहूंगा
39:42ये 80-20 की राजनीती जो BJP कर रही है
39:45मजोरिटेरियनिजम की बहु संचकवाद की उसकी काट आप ने ये 90-10 के फॉर्मूले में निकाल ली ना
39:52कि 90-50 आबादी जी दलित है पिछड़ी है अनसूचित जन जाती है इनको हक नहीं मिल रहा
39:59ये विशुद राजनीती कर रहे हैं ना आप
40:03जो सच्चा ही है सब ना राजनीती नहीं कर राजनीति पाटी राजनीती तो करती है गलत राजनीती नहीं कर रहे हैं सही राजनीती कर रहे हैं कि अभाव में है सेक्रेटरी गोवर्मेंट अफ इंडिया में इनकी भागेदारी कहा है जितने मीडिया के हैड है देख लीजे
40:33रहे हैं, कैसे कर पाएंगे, आप सरकार में है नहीं, जाते कर जंगनना करा नहीं पाएंगे, तो आरक्षन कैसे देंगे, जहां आरक्षन देने की कोशिश की, वहां भी आई कोट बीच में आ जाया
40:43देखे ऐसा है कि इस देश के हाई कोट के जज़ सुपरिम कोट के जज़ की साधा पर बनते
40:51कोई रिटेन टेस्ट होता है कोई इंटर्वी होता है इन लोगों का
40:55जो कोलोजियम सिस्टम है भकवाज सिस्टम है एक बात दूसरी बात है
40:59विपक्ष मेरा करके फिर मुद्दा ही ने उठाएं अरे दुनिया के कोई भी
41:03विपक्ष की पार्टी है तब तक मुद्दा उठाती रहती है चाहे देतना लगे जब तक कि उस सत्ता में
41:10नहीं आती तो मसला मुद्दा गंबीर है यही सामाजिक नहाय का एक जरिया भी है बहुत बहुत शुक्रिया है
41:16उदित राज एक वाज पर यह आपकी पार्टी का तो डिये नहीं जातिकर जनगन्ना के समर्थन पर उसकी संरचना है
41:24आप सरकार के एहम घटक हैं और सरकार करा नहीं रही ठीक करा रही है ठीक करा रही है
41:29कि अभी जरुरत नहीं है जातिकर जनगन्ना की सामाजिक विद्वेश बढ़ जाएगा
41:34यह इस्टेंट तो नहीं है इस सरकार का इस्टेंट नहीं है
41:39और वो किलियर मैं कई बार यह बात कह चुका हूँ
41:41क्या है इस्टेंट नितिश कुमार जब गए थे
41:43डेलिगेशन लेके 2021 या 22 की बात है
41:46और 11 पार्टियों का डेलिगेशन था
41:48परदान मंतरी जी ने कहा
41:50आके उन्होंने बाहर खुद ही बताया
41:51तो परदान मंतरी जी ने जाती गए
41:53जन्ट करना करने से इंकार नहीं किया है
41:55अच्छा उधितराज अभी बोल रहे है
41:58जो वो हाँ कर रहे थे 2008 में
42:00उधितराज की बाहरे थे राजनात से
42:011931 और 50 में आरा समदान आ गया
42:04उसके बाद कांग्रेस की सरकारे ने
42:06क्यों ने कराई इंड़ को तो बाहर कर दिया न
42:09वो तो कह गएगे ना कि हम तो राजनिती कर रहे है
42:13तो वो ही मैं कह रहा हूं कि
42:14सिर्फ राजनिती की मुद्धा चाहिए उनको
42:16कराई नहीं जब सत्ता में तब कराई नहीं अब उनको मुद्दा चाहिए
42:20और आप जो कहते थे 2011 में हैं गलत तो नहीं कह रहा हम है
42:23गोपिनात मुंडे का जिकर गलत तो नहीं कर रहा किये ना इंसाफी होगी
42:27पिछोडों के साथ अगर जाती गलत जन गलत तो नहीं तो आती जाती रहती है
42:41उससे नहीं यहा है यह हमारा संदानतिक ना वीचाह रहा है
42:45जिसकी जितनी बागेदारी उसकी तो यह तैय कैसे होगा जब तक गिंती ना हो
42:50आप ऐसी पिक्चर पेंट कर रहे हो कि सरकारों के पास तो डाटा है यहीं नीच से एकतिस के बाद जो काम चल रहे है कैसे चल रहे है जाती हो के का है जलितों के हैं अनुस जन जाती के हैं पिछली जाती हो के लिए बले के लिए काम यह सरकार नहीं कर रहे है इसका तो स्लोग
43:20सबका साथ विकास सबका विश्वास सबका प्रियास प्रदान मंत्री खुद पिछली जयाती के हम के गिंती
43:40सब्सक्रांव क्या
43:45ठाने बग़र उसके ससक्तिकरण के लिए कितने असाधन चाहिए, यह तो इस
44:00तरह के लोग बात करते, बिल्कुल मीडी आदमी यह बात कर सकता है.
44:07Manoj तोड़ा सा क्वएक रखेंगे, मेरी दर्शक है मीनु चावला मोहाली पण्जाबी, वो कह रही हैं कि
44:12पचास करोड जनता को पाँच किलो राशन देकर धर्म और जाती में उल्जा दिया गया है क्या यही 21 सदी का भारत है बीजेपी धर्मकार्ड खेलेगी आप जाती यही हो गई अब राजनीती
44:24देखे देखें मीनु चावला का जो सवाल है बिलकुल वाजिब सवाल है इस देश में हम जाती नहीं खेल रहे हमारे जाती सबसे धरेश
44:48साल में 90 सोसित है सोसित भाग हमारा है यहां तो 23 गुने का फर्क है मैं यह आखड़ा बता दू 23 गुने का फर्क है जो टॉप 1 पर सेंट है वो 53 लाग रुपए साल में कमाते हैं और जो आम आदमी है भारतिये वो 230,000 और बॉटम 50 फीजदी जो है आधी आबादी हमारी वो 71,
45:1850 गुना क्या छोड़ी है लाखो गुना का अंतर है इस देश का सबसे बड़ा आदमी जो अरब पती है जो बिलिनियर है जिसकी संपत्ति कई डाला रहा है अरवों की है कई अरवों के और उसके और जो एक आदमी है जो भात-भात और रोटी-रोटी और जिसके बच्चे नम
45:48देव बाबु कहते थे कि दो बाते मोटी-मोटी हमें चाहिए इज्जत रोती तो जो मानी अखिलेश यादाव जी का पीडिये का बिमरसा है वो यही है कि जो सोसित बंची जो तपका है उसको आर्थिक सामाधिक राजनाइतिक हर तरह के हिस्सेदारी बिना जातिकत जनगर
46:18दिली वासी हैं कोई 80-20 तो कोई 90-10 की बात कर रहा है सो की बात करने वाला कोई मंगल करह से आएगा क्या सब की बात को क्यों नहीं करता बात बात उनकी ठीक है लेकिन दिक्कत यह है कि भारती यंता पार्टी ने जिससरे अपना जनाधार बनाया है उसकी काट एकी तरीके स
46:48राहुजदान्दी अकलेश तेजस्वी सब यही काम कर रहे हैं दूसरे कॉंग्रेस की बनियादी समस्या यह है वो सही कर रहे है जायज है यह जरूरी है या दरसल राजनितिक मजबूरी है जिस तरह का नारेटिव गर दिया गया है आद की तारीक में बीजेपी सीधा हिं�
47:18बदले हुए सवरूप में 90 का वो दौर आ गया है मंदल का मंदल की राजनिती का वो पूरा दौर चल रहा है कभी वो पूरी तरह प्रसंगिक नहीं हुआ था अब और ज्यादा प्रसंगिक हो गया है भाजपा भी इस बात को समझती है इसी रिए वो जरूरत ना हो तब भी
47:48माकड़े सामने अगर आ जाएं तो उसकी उपर कोई कारवाई नहों उसकी तो लगातार यही कोशिश होगी और यह असने की भी यह आप देखिए और यह असहज भी बना रहा है उनके घट को एके वाज़ पर इने खुलकर तो नहीं कहा डॉक्टर संजय निशाद तो साफ क
48:18इसकी पर काम होना चाहिए था तो बिलकुल नहीं किया गया उसके अंदर अब यहां पर एक और सवाल आया है राम किलाडी है यह खिलाडियों वाला सवाल पूचा है इन्होंने दिल्ली वासी हैं बीजेपी कह रही है कि देश राहूल गांधी को गम्भीरता से नहीं लेता
48:48तोरे मसले को। लेकिन मेरा मानना यह है कि दो राजनीटिक, दीर राजनीटिक राजनीटियों की यह टक्कर है, अब वो किस दिशा में जाएगी, कैसे जाएगी, पिछले चुनाओ में जो जाती वाली राजनीटिती थी, उसने भाजपा को अच्छा खासा जटका दिया था�
49:18लड़ा जाएगा पर दरसल नहीं मैं इसमें अपना भी एक सवाल जोड़ दूँ जातिकत जंगलना आरक्षन से जुड़ता है जो बेरोजगारी से जुड़ता है तो ये मसला ऐसा नहीं है कि ये कोई असल मुद्दा नहीं है
49:30बिल्कुल मुद्दा है
49:31मेरा कहना है
49:32मुद्दा विहिंता तो किवल हिंदू मुसल्मान वाले में
49:35वो कोई मुद्दा नहीं है
49:36वो जानमूच के बनाया रता है
49:37और अगर राहूल को कोई घंबेटा से नहीं लेता
49:39तो रवी शंकर किसाद को आकर पलट वार करने क्या जबाए जाती का प्रशन हिंदुस्तान में कब मुद्दा घहीन हो गया
49:44जाती सबसे बड़ा मुद्दा है
49:46आज से कब से हो गया हम बेट करो गांधी की बीच में डिवेट होती थी उसमें अभी तो चातिक की उपर डिवेट होती थी
49:51तो दो विचारों की लड़ाई है ये मंडल बनाम का मंडल की लड़ाई है ये घमासान हिंदु मसल्मान का घमासान अब जातिगत घमासान में भी तबदील होता दिखेगा क्या और यही असल सरुकार है या वो हाशिये पर जा रही है जरा इस बारे में सोचिए आज सीधा सव
50:21झाल