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इस वीडियो में, हम मुगल बादशाह औरंगजेब की कहानी बता रहे हैं, जिसने संगीत, कला और महिलाओं को दरबार से बाहर कर दिया था। उसे अपनी शक्ति पर इतना भरोसा था कि उसे लगा कि वह अजेय है। लेकिन उसकी सबसे बड़ी हार एक महिला के हाथों हुई!
1700 में, मराठा साम्राज्य के संस्थापक छत्रपति शिवाजी के दूसरे पुत्र और संभाजी के छोटे भाई, मराठाओं के तीसरे राजा, छत्रपति राजाराम भोंसले की मृत्यु हो गई। औरंगजेब को लगा कि अब मराठा साम्राज्य खत्म हो जाएगा।
लेकिन तभी महारानी ताराबाई आईं। औरंगजेब को लगा, "एक औरत मुझे क्या हरा पाएगी?" पर हुआ उल्टा! ताराबाई ने हमला किया, मुगल किलों पर कब्ज़ा किया और औरंगजेब की फौज को तबाह कर दिया!
मुगलों के पास कोई चारा नहीं बचा। उन्हें किले बेचने पड़े, उनका खजाना खाली हो गया, और मराठे और ताकतवर बनते गए!
जिस औरंगजेब ने महिलाओं को कमजोर समझा, उसे एक महिला ने हरा दिया! और अंततः, बीमार औरंगजेब की 3 मार्च 1707 को 88 वर्ष की आयु में मृत्यु हो गई।
इस वीडियो में, हम ताराबाई की वीरता और साहस की कहानी बता रहे हैं, और यह भी बता रहे हैं कि कैसे उन्होंने औरंगजेब को हराया।
ऐसे और ऐतिहासिक तथ्यों को जानने के लिए, हमें फॉलो करें!
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1700 में, मराठा साम्राज्य के संस्थापक छत्रपति शिवाजी के दूसरे पुत्र और संभाजी के छोटे भाई, मराठाओं के तीसरे राजा, छत्रपति राजाराम भोंसले की मृत्यु हो गई। औरंगजेब को लगा कि अब मराठा साम्राज्य खत्म हो जाएगा।
लेकिन तभी महारानी ताराबाई आईं। औरंगजेब को लगा, "एक औरत मुझे क्या हरा पाएगी?" पर हुआ उल्टा! ताराबाई ने हमला किया, मुगल किलों पर कब्ज़ा किया और औरंगजेब की फौज को तबाह कर दिया!
मुगलों के पास कोई चारा नहीं बचा। उन्हें किले बेचने पड़े, उनका खजाना खाली हो गया, और मराठे और ताकतवर बनते गए!
जिस औरंगजेब ने महिलाओं को कमजोर समझा, उसे एक महिला ने हरा दिया! और अंततः, बीमार औरंगजेब की 3 मार्च 1707 को 88 वर्ष की आयु में मृत्यु हो गई।
इस वीडियो में, हम ताराबाई की वीरता और साहस की कहानी बता रहे हैं, और यह भी बता रहे हैं कि कैसे उन्होंने औरंगजेब को हराया।
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