'100 करोड़ हैं आपस में ही रंग लगा लें.. कहां दुसरो को खोजेंगे'- Ravi Kishan |ABP NEWS SHORTS
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00:00ये चुनाओं के चलते ही लोग सब उलूल जुलूल अंड बंड हो रहे हैं
00:04किसी हम बिहार को जानते हैं, हम बिहार से चुरे हैं
00:08मेरा पुरा सनेमा करियर वहाँ से शुरू हुआ है
00:11मैं जानता हूँ कि ऐसा कुछ नहीं है
00:13कई बार जुम्मा आया, कई बार होली हुई, कुछ नहीं हुआ
00:17ये सिर्फ जब पता चल गया पांचवी बार नितेशे कुमार, मोधी और नितिश कुमार जी फिर आ रहे हैं
00:23वही दुरित तुख है और वहाँ के चुरूहिया जो चुटे-मुटे नेता हैं
00:28जो चाहते हैं कि वान्डर हो और हेडलाइन में हम टीवी के पढ़ती पर आएं, ये उसी का टाम है
00:34तो आप क्या कहेंगे ऐसे निताओं को, आप क्या कहेंगे, जब आप क्या कहेंगे
00:38हम सब देखें, ऐसा कुछ नहीं, तो ये सब आप लोग कृपया ना करें, बेश अभी बुलबक नहीं रहा, ये मुदी जी ने सबको बहुत ही पढ़ा लिखा के एकड़म, तमीज़दार देखे