सवाईमाधोपुर. केन्द्र की स्मार्ट सिटी योजना की तर्ज पर सवाईमाधोपुर भी स्मार्ट होगा। क्लीन एंड ग्रीन थीम पर पूरा शहर तैयार किया जाएगा। इस योजना के तहत नए निर्माण पर कम खर्च होगा। सफाई से लेकर नालों, कचरा निस्तारण प्लांट संचालन, कचरा ट्रांसफर स्टेशन पर ज्यादा खर्च किया जाएगा। उधर, योजना में शहर संरक्षण होगा।
शहर की विरासत व बाजारो का संरक्षण, धार्मिक कॉरिडोर बनाना भी इस योजना का हिस्सा होगा। शहर को भूल-भूलैया जैसे मनोरंजन स्थल की भी जरूरत है। हालांकि इसके लिए सरकार के स्तर से कामों पर बंटवारा होगा। जिला स्तर पर इस योजना का संचालन जिला कलक्टर की अध्यक्षता में बनाई जाने वाली कमेटी करेगी।
प्रदेश के 14 जिलों का होगा कायाकल्प
नई सरकार ने स्मार्ट सिटी योजना की तरह ही क्लीन एंड ग्रीन सिटी कॉन्सेप्ट लांच किया है। इसके तहत अलवर, बूंदी, नाथद्वारा, खाटूश्यामजी, माउंट आबू, बालोतरा, भरतपुर, बीकानेर, सवाईमाधोपुर, जोधपुर, जैसलमेर, किशनगढ़, भीलवाड़ा और पुष्कर का विकास होगा। इसके लिए सरकार ने 900 करोड़ रुपए आवंटित किए है। इन 14 शहरों को यह राशि तीन वर्ष में दी जाएगी। ऐसे में एक शहर के हिस्से में 64.28 करोड़ रुपए आएंगे। सरकार ने साफ कर दिया है कि जितने भी कार्य होंगे। वह क्लीन एंड ग्रीन सिटी की तर्ज पर होंगे।
स्मार्ट सिटी योजना में यह होंगे कार्य
-सफाई के लिए मैनपावर बढ़ेगी। बजट भी 20 फीसदी बढऩे की उम्मीद। इंदौर, चंढ़ीगढ़ की तर्ज पर सफाई मॉडल लागू होगा।
- प्रमुख नालों का छोटे नालों से मिलान। ठोस कचरा प्रबंधन।
-कचरा निस्तारण प्लांट का संचालन बेहतर करने के साथ ही कचरा सेग्रिगेशन के संसाधनों में बढ़ोतरी।
-शहर की आबोहवा शुद्ध रखने के लिए नियमित पानी का छिडक़ाव, सडक़ों की सफाई, वायु शुद्धता मापक यंत्र लगेंगे।
-वेडिंग जोन बनाना और उसमें सभी वेंडर को जगह देना।
-पूरे शहर में सीवर लाइन होगी। बारिश के पानी की निकासी के इंतजाम होंगे। रैन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनेंगे।
-शहर की सभी विरासत का संरक्षण। वहीं पुराने बाजारों को सहेजा जाएगा।
शहर के चारों ओर ग्रील बेल्ट विकसित करना। नई निजी कॉलोनियों में ग्रीनरी मानकों की पालना होगी।
-सडक़ों के किनारे हरियाली बढ़ाना और पौधारोपण करना।
-नदी, नाले तालाब, बावड़ी आदि को पुराने स्वरूप में लाना।
-यातायात प्रबंधन के लिए पार्किंग की व्यवस्था।
-म्यूजिकल फाउंटेन, भूल-भुलैया व पार्को का विकास।
इनका कहना है...
केन्द्र स्मार्ट सिटी योजना में सवाईमाधोपुर भी शामिल है। विकास कार्य व शहर के सौंन्दर्यकरण पर विशेष फोकस रहेगा। शहर को क्लीन एंड ग्रीन सिटी बनाने के लिए विशेष जोर दिया जाएगा।
मेघा वर्मा, कार्यवाहक सभापति, नगरपरिषद सवाईमाधोपुर
शहर की विरासत व बाजारो का संरक्षण, धार्मिक कॉरिडोर बनाना भी इस योजना का हिस्सा होगा। शहर को भूल-भूलैया जैसे मनोरंजन स्थल की भी जरूरत है। हालांकि इसके लिए सरकार के स्तर से कामों पर बंटवारा होगा। जिला स्तर पर इस योजना का संचालन जिला कलक्टर की अध्यक्षता में बनाई जाने वाली कमेटी करेगी।
प्रदेश के 14 जिलों का होगा कायाकल्प
नई सरकार ने स्मार्ट सिटी योजना की तरह ही क्लीन एंड ग्रीन सिटी कॉन्सेप्ट लांच किया है। इसके तहत अलवर, बूंदी, नाथद्वारा, खाटूश्यामजी, माउंट आबू, बालोतरा, भरतपुर, बीकानेर, सवाईमाधोपुर, जोधपुर, जैसलमेर, किशनगढ़, भीलवाड़ा और पुष्कर का विकास होगा। इसके लिए सरकार ने 900 करोड़ रुपए आवंटित किए है। इन 14 शहरों को यह राशि तीन वर्ष में दी जाएगी। ऐसे में एक शहर के हिस्से में 64.28 करोड़ रुपए आएंगे। सरकार ने साफ कर दिया है कि जितने भी कार्य होंगे। वह क्लीन एंड ग्रीन सिटी की तर्ज पर होंगे।
स्मार्ट सिटी योजना में यह होंगे कार्य
-सफाई के लिए मैनपावर बढ़ेगी। बजट भी 20 फीसदी बढऩे की उम्मीद। इंदौर, चंढ़ीगढ़ की तर्ज पर सफाई मॉडल लागू होगा।
- प्रमुख नालों का छोटे नालों से मिलान। ठोस कचरा प्रबंधन।
-कचरा निस्तारण प्लांट का संचालन बेहतर करने के साथ ही कचरा सेग्रिगेशन के संसाधनों में बढ़ोतरी।
-शहर की आबोहवा शुद्ध रखने के लिए नियमित पानी का छिडक़ाव, सडक़ों की सफाई, वायु शुद्धता मापक यंत्र लगेंगे।
-वेडिंग जोन बनाना और उसमें सभी वेंडर को जगह देना।
-पूरे शहर में सीवर लाइन होगी। बारिश के पानी की निकासी के इंतजाम होंगे। रैन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनेंगे।
-शहर की सभी विरासत का संरक्षण। वहीं पुराने बाजारों को सहेजा जाएगा।
शहर के चारों ओर ग्रील बेल्ट विकसित करना। नई निजी कॉलोनियों में ग्रीनरी मानकों की पालना होगी।
-सडक़ों के किनारे हरियाली बढ़ाना और पौधारोपण करना।
-नदी, नाले तालाब, बावड़ी आदि को पुराने स्वरूप में लाना।
-यातायात प्रबंधन के लिए पार्किंग की व्यवस्था।
-म्यूजिकल फाउंटेन, भूल-भुलैया व पार्को का विकास।
इनका कहना है...
केन्द्र स्मार्ट सिटी योजना में सवाईमाधोपुर भी शामिल है। विकास कार्य व शहर के सौंन्दर्यकरण पर विशेष फोकस रहेगा। शहर को क्लीन एंड ग्रीन सिटी बनाने के लिए विशेष जोर दिया जाएगा।
मेघा वर्मा, कार्यवाहक सभापति, नगरपरिषद सवाईमाधोपुर
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